आरएसएस

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत को देश का अगला राष्ट्रपति बनना चाहिए। मीडिया से बात करते हुए ठाकरे ने कहा कि पहली बार एनडीए को इतना मजबूत विश्वासमत हासिल हुआ है। द भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है और इसलिए मोहन भागवत को देश का अगला राष्ट्रपति होना चाहिए और इसके साथ ही उन्होने यह भी कहा कि हिंदू राष्ट्र का निर्माण ही अब हिंदुवादी ताकतों का एकमात्र उद्देश्य रह गया है।

यह पहला ऐसा मौका नहीं है जब शिवसेना ने मोहन भागवत को अपना समर्थन दिया हो, बल्कि ऐसा तीसरी बार है जब शिवसेना प्रमुख ने मोहन भागवत की तरफदारी की है। महाराष्ट्र में और केंद्र में बतौर भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने हाल ही में देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के लिए एनडीए की ओर से प्रत्याशी के रुप में मोहन भागवत का नाम प्रस्तावित किया था।

शिवसेना ने कहा था कि आरएसएस मुख्यालय देश में शक्ति का दूसरा सबसे बड़ा आसन है और यह संघ प्रमुख भागवत के साथ ही राष्ट्रपति पद के लिए किसी और को योग्य नहीं समझता। ठाकरे ने हाल ही में अप्रैल में कहा था कि उन्होने राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत का नाम सुझाया है। उन्होने कहा कि भागवत का नाम सुझाने में शरद पवार से बात नहीं की गयी है। पवार मोदी के गुरु हैं और किसी के दिल में क्या है कुछ कहा नहीं जा सकता।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल इस साल जुलाई में समाप्त होने वाला है और देश में नए राष्ट्रपति के चुनाव के लिए तैयारियां जोर-शोर से चल रहीं हैं। इसी क्रम में राष्ट्रपति पद के लिए संघ प्रमुख की दावेदारी की खबरें आ रही थी। जिसे शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से और मजबूती दे दी थी।