Coronavirus ने जिस तरह दुनिया भर को नुकसान पहुंचाया, उससे सभी देशों की अर्थव्यवस्था हिल गई. अमेरिका (United States) में इस बीमारी के चलते सबसे ज्यादा लोगों की जान चली गई, ऐसे में अब इस देश ने एक ऐसी इमारत (World’s First Pandemic Proof Building) का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है, जो कोरोना जैसी खतरनाक महामारियों को मुंह चिढ़ाने वाली होगी. इस इमारत में वायरस और बैक्टीरिया की एंट्री ही नहीं होगी.

वैज्ञानिक लगातार महामारी (Pandemic) से मुकाबला करने के लिए रिसर्च कर रहे हैं. इसके चलते अब इसके टीके से लेकर वायरस से बचने के तमाम तरीके मौजूद हैं. इसी सिलसिले में फ्लोरिडा (Florida) में एक ऐसी बिल्डिंग का भी निर्माण किया जा रहा है, जहां एंट्री करने के बाद इंसान महामारियों से महफूज रह सकेगा. यहां बैक्टीरिया और वायरस का प्रवेश लगभग नामुमकिन होगा.

 

फटक भी नहीं पाएगी महामारी
बिल्डिंग डेवलेपर्स (Building Developers) ने दुनिया की पहली ऐसी इमारत बनानी शुरू कर दी है, जहां कोरोना ही क्या, किसी भी महामारी के पहुंचने का कोई रास्ता नहीं होगा. ये बिल्डिंग 55 मंजिल की होगी. इसे बनाने के लिए 500 मिलियन अमेरिकन डॉलर यानि भारतीय मुद्रा में 37,72,27,75,000 रुपये खर्च किए जा रहे हैं. इस बिल्डिंग घर और होटेल बनाए जाएंगे. यहां रोज़मर्रा की ज़रूरत की सारी चीज़ें मौजूद होंगी, ताकि लोगों को मुश्किल वक्त में कहीं बाहर न जाना पड़े. ऐसे में न तो उनको बेवजह बाहर निकलना पड़ेगा, न ही उनका बर्बाद होगा.

वायरस और बैक्टीरिया का तो सवाल ही नहीं !
फ्लोरिडा (Florida Pandemic Proof Building) में बनाए जा रहे इस लिगेसी टॉवर में रहने वालों को अस्पताल के लिए भी बाहर नहीं जाना पड़ेगा. यहां साफ-सफाई का काम ऐसे रोबोटों के सुपुर्द होगा, जो बैक्टीरिया को पैदा होने से पहले ही खत्म कर देंगे. इसके अलावा टचलेस तकनीक और आधुनिक वायु शोधन प्रणाली के ज़रिये लोगों वायरस का खतरा लगभग खत्म कर दिया जाएगा. एलीवेटर में घुसने के लिए भी टचलेस तकनीक होगी, जबकि एयर प्योरिफायर हवा को लगातार शुद्ध करता रहेगा. माना जा रहा है कि ये बिल्डिंग साल 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगी.