उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कई ड्रीम प्रोजेक्ट की जाँच शुरू करवा दी है। इतना ही नहीं केंद्र की मोदी सरकार ने भी अखिलेश की एक बड़ी योजना के खिलाफ जांच का फैसला लिया है।

छात्रवृत्ति बाँटने की जाँच
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कई योजनाओं को शुरू किया था। जिनमे समाजवादी पेंशन योजना, लैपटॉप वितरण, छात्रवृत्ति आदि योजना मुख्य हैं। सीएम योगी ने लखनऊ रिवरफ्रंट सहित अखिलेश की कई योजनाओं की जाँच शुरू करवाई है।

अब केंद्र की मोदी सरकार ने भी अखिलेश यादव को बड़ा झटका देते हुए अखिलेश कार्यकाल में बाँटी गयी छात्रवृत्ति की जाँच का आदेश दे दिए हैं। बता दें कि समाजवादी सरकार में अनुसूचित छात्रों को 7 हजार करोड़ की छात्रवृत्ति बाँटी गयी थी। सरकार को अनुसूचित जाति के छात्रों को छात्रवृत्ति दिए जाने के नाम पर कई शिकायतें मिली थी। यूपी के कई संस्थानों की जाँच करने पर इन शिकायतों को सही पाया गया।

देश की नियंत्रक-महालेखा परीक्षक की टीम ने सम्बंधित विभाग से 15 दिन में जानकारी माँगी है। जाँच में ज्यादा फीस वाले कोर्सों में फर्जी छात्रों को दिखाकर राशि हड़पने के कई सबूत मिले हैं। इसी कारण इस योजना की जाँच के आदेश दे दिए गए हैं।