लखनऊ: सपा के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी विचारधारा को आतंकवादी कहने वाले बयान पर सीएम योगी आदित्यनाथ को माफी मांगनी चाहिए। यादव ने गोमतीनगर स्थित आवास पर जाकर वरिष्ठ सपा नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा को उनके 78 वें जन्मदिवस पर बधाई दी तथा उनका आशीर्वाद लिया।

इस मौके पर यादव ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री ने इस तरह का बयान देकर आजादी के आंदोलन का अपमान करने का काम किया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आरएसएस आजादी के आंदोलन में दूर-दूर तक शामिल नहीं रहे थे, इसलिए वे उसके मूल्यों एवं आदर्शों से पूरी तरह अनभिज्ञ हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से समाजवादियों पर आपत्तिजक और अनैतिक बयान देने पर माफी की मांग की है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पर मुख्यमंत्री स्तरहीन और अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। राजनीति में शिष्टाचार नाम की चीज से उनका यह परहेज निंदनीय है। भाजपा लोकतंत्र का अपने आचरण से मजाक बना रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बताए कि उसने 4 साल में प्रदेश में कितना निवेश किया है और राज्य में विकास का क्या काम हुआ है। नौजवान रोजगार न मांगे इसलिए बच्चों को आतंकित कर उनको परीक्षाओं से वंचित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री को जनहित में काम करना चाहिए। वे सिर्फ समाजवादी पार्टी को कोसने को ही अपना काम समझते हैं। जनकल्याण के मुद्दों पर बात करने के बजाय भाजपा बहकी-बहकी बातें करती है। उन्होंने कहा भाजपा समाज को बांटने वाली पार्टी है।

यादव ने कहा कि समाजवादी सरकार ने 55 लाख गरीब महिलाओं को समाजवादी पेंशन का लाभ दिया था। किसानों को कर्जमाफी के साथ मुफ्त सिंचाई सुविधा दी गई थी। महिलाओं की सुरक्षा के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन और अपराध नियंत्रण के लिए यूपी डायल 100 नंबर सेवा शुरू की गई थी। बीमारों और घायलों को अस्पताल लाने-ले जाने के लिए 108 नंबर समाजवादी एम्बूलेंस सेवा शुरू की गई थी। भाजपा सरकार ने आते ही जनहित की इन योजनाओं को बर्बाद करके रख दिया।