Solar Eclipse, First Eclipse of Year, Astrology News

आज अमावस्या की काली रात पर सूर्य ग्रहण का साया मंडराएगा। कहते हैं इस काली रात्रि में बुरी शक्तियां जाग्रत होकर अपने उग्र रूप में आ जाती हैं। तभी तो तांत्रिक मनचाही सिद्धियां प्राप्त करने हेतु गुप्त पूजा का अनुष्ठान करते हैं। अत: आज की रात सुनसान स्थान, चौराहे और श्मशान के पास न जाएं। इसके अतिरिक्त बरतें ये सावधानियां-

-किसी भी भोज्य पदार्थ को खुला न रखें।

-ग्रहण और सूर्यास्त से पूर्व कुशा-तुलसी के पत्ते तोड़ लें और हर खाने वाली चीज में डाल दें। इनमें ग्रहण के दौरान पर्यावरण में फैल रहे जीवाणुओं को संग्रहित करने की अद्भुत क्षमता होती है।

-मंदिर के कपाट बंद कर दें।

-ग्रहण के बाद स्नान एवं दान करें।

-ग्रहण के दौरान अन्न और जल ग्रहण न करें।

-भोजन न पकाएं।

-महिला और पुरूष स्वयं पर नियंत्रण रखें और ब्रह्मचर्य का पालन करें। शास्त्र कहते हैं जो लोग ग्रहण काल के समय संबंध बनाते हैं, वह स्वयं तो पाप के भागी बनते ही हैं। उनसे पैदा हुई संतान शारीरिक और मानसिक रूप से विक्षिप्त होती है।

-दांतों की सफाई, बालों में कंघी और मल-मूत्र का त्याग न करें।

-गर्भवती महिलाओं को ग्रहण की छाया से दूर रहना चाहिए।

-ग्रहण के समय सोना नहीं चाहिए। गर्भवती महिला, बीमार और बुजुर्ग आराम कर सकते हैं।