लखीमपुर खीरी हिंसा में 9 लोगों की मौत के बाद विवादों में आए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हो सकती है। सूत्रों के अनुसार, मोदी कैबिनेट में यूपी के इकलौते ब्राह्मण चेहरे की जल्द विदाई तय है। इससे पहले अजय मिश्रा को नई दिल्ली तलब किया गया था। सूत्रों के अनुसार, टेनी को प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन कर दिल्ली बुलाया गया था।

हालांकि समन किए जाने की बात को अजय मिश्रा टेनी ने खारिज कर दिया था। अजय मिश्रा ने कहा था, ‘पार्टी हाई कमान ने मुझे समन नहीं किया है। मैं आज या कल रात को दिल्ली जाऊंगा, वहां मुझे कुछ काम निपटाने हैं।’ हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा नॉर्थ ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय में आज आधा घंटे तक रुके। लखीमपुर खीरी घटना के बाद आज पहली बार वह अपने दफ्तर पहुंचे थे।

अजय मिश्रा टेनी का कार्यक्रम टला
वहीं दूसरी ओर, ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च ऐंड डिवेलपमेंट (बीपीआरडी) ने सभी राज्यों के जेलप्रमुखों की होने वाली एक कॉन्फ्रेंस को टाल दिया है। यह कॉन्फ्रेंस गुरुवार यानी 7 अक्टूबर को होनी वाली थी जिसमें अजय मिश्रा टेनी बतौर चीफ गेस्ट शामिल होने वाले थे। इसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि अजय मिश्रा टेनी को जल्द ही गृह राज्यमंत्री पद से हाथ धोना पड़ सकता है।

लखीमपुर खीरी हिंसा से बीजेपी की किरकिरी
लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा में केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे आशीष मिश्रा का नाम आने से बीजेपी सरकार की काफी किरकिरी हुई है। सोमवार रात को इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें तेज स्पीड जीप प्रदर्शन कर रहे किसानों को कुचलती नजर आ रही है। इस घटना में 4 किसान और 1 पत्रकार समेत 9 लोगों की मौत हुई है।

केंद्रीय मंत्री के बेटे पर संगीन आरोप
मामले में अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा मोनू के खिलाफ जो एफआईआर हुई है उसमें उनके खिलाफ संगीन आरोप लगाए गए हैं। एफआईआर में लिखा है कि आशीष मिश्रा उसी जीप पर बैठे थे जिसने किसानों को कुचल दिया था। एफआईआर के अनुसार, आशीष मिश्रा उस जीप में बाईं तरफ बैठे थे और गोलियां चला रहे थे। जल्द ही अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी हो सकती है।