अस्‍थमा

किसी भी लड़की या महिला की ख्वाहिश होती है कि उसकी काया दीपिका पादुकोण और शिल्पा शेट्टी जैसी छरहरी हो। हर लड़का चाहता है कि उसकी बॉडी सलमान खान और रणवीर सिंह जैसी सॉलिड हो। कहते भी हैं कि फिट है तो हिट है।

बीमारियों के ऊपर पूरी दुनिया में 100 लाख करोड़ रुपये खर्च होते हैं और स्वामी रामदेव कहते हैं यदि आप रोज़ाना योग करें, तो बीमारी आपके आसपास नहीं भटकेगी। इन 10 बिमारियों का इलाज आप केवल योग से ही दूर कर सकते हैं।

1.) अस्‍थमा-
योग से अस्‍थमा में कमी आती है। शुरूआत में योग करने से ज्‍यादा लाभ नहीं मिलता है, बस सांस लेने में आराम मिलता है, मगर नियमित योग करने से बाद में आपको इंहेलर लेने की जरूरत भी नहीं पड़ती है। योग से फेफड़े में ताजी हवा पहुंचती है और सांस से जुडी सारी समस्‍याएं दूर हो जाती है।

2.) डायबटीज-
माना जाता है कि डायबटीज ऐसी बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं है। वास्‍तव में आप इंसुलिन प्रतिरोधक का इलाज नहीं कर सकते हैं, मगर आप अपने ब्‍लड़ सुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। योग की मदद से बॉडी का ब्‍लड़ सुगर आसानी से कंट्रोल किया जा सकता है।

3.) हाइपरटेंशन हाईब्‍लड़ प्रेशर-
हाइपरटेंशन हाईब्‍लड़ प्रेशर कई रोगों की जड़ होती है। यदि आप हाईपरटेंशन से निजात पा जाएं, तो छोटी-मोटी बीमारियां यूं ही दूर हो जाएगी। योगा व मेडीटेशन की मदद से हाइपरटेंशन को दूर किया जा सकता है।

4.) अपच-
अपच केवल एक बीमारी है, मगर आजकल के दौर में लोगों के बीच उनके अनियमित दिनचर्या के कारण एक महामारी के रूप में फैली हुई है। योग की मदद से अपच से आराम मिलता है।

5.) माइग्रेन-
माइग्रेन का मुख्‍य कारण दिमाग तक ब्‍लड़ का पर्याप्‍त मात्रा में सर्कुलेशन न होना है। योगा की मदद से दिमाग तक आसानी से ब्‍लड़ पहुंच जाता है। मांइड में फ्रेशनेस बनी रहती है। माइग्रेन में सिरसासन या हेडस्‍टैंड करने से लाभ मिलता है।

6.) पीठ के निचले हिस्‍से में दर्द-
पीठ के निचले हिस्‍से में दर्द होना बेहद तकलीफदेह होता है। प्रोफेशनल और कामकाजी लोगों को अक्‍सर इस समस्‍या से दो-चार होना पड़ता है। ऐसी समस्‍या होने पर तांडासन या वृक्षासन करें।

7.) आर्थराइटिस (गठिया)-
आर्थराइटिस, जोड़ो के दर्द को कहते हैं और इस बीमारी को ठीक नहीं किया जा सकता है। मगर इस बीमारी पर योगा की मदद से नियंत्रण किया जा सकता है।

8.) लिवर समस्‍या-
लिवर समस्‍या जिगर को हेल्‍दी बनाएं रखने के लिए योगा काफी लाभदायक होता है। योगा की मदद से ब्‍लड़ सर्कुलेशन पेट में आराम से होता है, जिससे वह रूस्‍त रहता है।

9.) डिप्रेशन-
डिप्रेशन योगा की मदद से डिप्रेशन से दूर भागा जा सकता है। योगा से फील फ्रेश फैक्‍टर आता है। यदि आप वाकई में खुद को नए सिरे से एक नए तरीके से जिंदगी में देखना चाहते हैं, तो योगा की मदद से डिप्रेशन से बाहर निकल सकते हैं। डिप्रेशन में उत्‍तनासन जैसे योग करें।

10.) पॉली सिस्टिक अंडाशय-
पॉली सिस्टिक अंडाशय या पीसीओ पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम ( पीसीओ ), महिलाओं में प्रजजन के दौरान होने वाला आम विकार है, जो हार्मोन से सम्‍बंधी होता है। वर्तमान में ज्‍यादातर महिलाएं इसकी शिकार होती हैं। इससे बांझपन होने का भी खतरा काफी ज्‍यादा रहता है। योगा की मदद से इससे मुक्ति पाई जा सकती है।