उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य ने सोमवार को कांग्रेस में वापसी कर ली है। यशपाल के साथ उनके बेटे संजीव आर्य भी दोबारा कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं। जिसके बाद से उत्तराखंड भाजपा में भूचाल आ गया है।

धामी और यशपाल आर्य ने नाराजगी की खबरों को खारिज किया था
अभी कुछ दिन पहले ही 25 सितंबर को यशपाल आर्य और उनके विधायक बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में घर वापसी की अटकलों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अचानक आर्य के सरकारी आवास पर पहुंचे थे। तब मुख्यमंत्री धामी और यशपाल आर्य ने नाराजगी की खबरों को खारिज किया था।

नाश्ते की टेबल पर करीब 35 से 40 मिनट की गुफ्तगू के बाद दोनों नेताओं ने आर्य की नाराजगी की चर्चाओं को सिरे से खारिज किया था। जब आर्य से पूछा गया था कि आप नाराज हैं, तो उन्होंने हैरानी जताई थी कि अच्छा मुझे जानकारी नहीं है कि मैं नाराज हूं।

यह चर्चा पहले ही आम थी कि आर्य भाजपा के भीतर सहज नहीं हैं। कांग्रेस के हलकों से भी ऐसी सूचनाएं आ रहीं थीं कि आर्य घर वापसी कर सकते हैं। प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने भी संकेत दिए थे कि भाजपा के कई नेता कांग्रेस के संपर्क में हैं और 15 अक्तूबर के बाद सत्तारूढ़ पार्टी को पता चल जाएगा।

इसी बीच 25 सितंबर को अचानक मुख्यमंत्री धामी का यशपाल आर्य के घर पर जाना मान-मनौव्वल की कवायद के तौर पर देखा जा रहा था।

उस दौरान नाराजगी से जुड़े प्रश्न पर कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने कहा था कि मुझे तो जानकारी नहीं है कि मैं नाराज हूं।

यशपाल आर्य ने कहा था कि मैं पार्टी का कार्यकर्ता हूं। जो भी जिम्मेदारी दी जाती है उसका निर्वहन करता हूं। ऐसा कुछ भी नहीं है।