सहजन (ड्रमस्ट‍िक) का इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। सर्दी-खांसी, गले की खराश और छाती में बलगम जम जाने पर सहजन का इस्तेमाल करना बहुत ही लाभदायक साबित होता है।

आप चाहें तो सहजन का इस्तेमाल सब्जी बनाकर या उबालकर भी सकते हैं। इसके अलावा इसे पानी में अच्छी तरह उबालकर इस पानी को पीना भी काफी लाभदायक रहता है। अगर आपको सांस लेने में दिक्कत है तो भी सहजन का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद रहेगा।

सहजन का सूप पीना सबसे अधिक लाभदायक होता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। विटामिन सी के अलावा ये बीटा कैरोटीन, प्रोटीन और कई प्रकार के लवणों से भरपूर होता है। ये मैगनीज, मैग्नीशियम, पोटैशियम और फाइबर से भरपूर होता है। ये सभी तत्व शरीर के पूर्ण विकास के लिए बहुत जरूरी होता है।

कैसे बनाएं सहजन का सूप?

सहजन को कई छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। दो कप पानी लेकर इसे धीमी आंच पर उबलने के लिए रख दें। जब पानी उबलने लगे तो इसमें कटे हुए सहजन को डाल दें। आप चाहें तो इसमें सहजन की पत्तियों को भी मिला सकते हैं। जब पानी आधा बचे तो सहजन की फलियों के बीच का गूदा निकाल लें और ऊपरी हिस्से अलग कर लें। इसमें थोड़ा सा नमक और काली मिर्च मिलाकर पियें।

सहजन का सूप पीने के फायदे:

1.) सहजन के सूप के नियमित सेवन से सेक्सुअल हेल्थ बेहतर होती है। सहजन महिला और पुरुष दोनों के लिए समान रूप से फायदेमंद है।

2.) सहजन में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है जो कई तरह के संक्रमण से सुरक्षित रखने में मददगार है। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन सी इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है।

3.) सहजन का सूप पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाने का काम करता है। इसमें मौजूद फाइबर्स कब्ज की समस्या नहीं होने देते हैं।

4.) अस्थमा की शिकायत होने पर भी सहजन का सूप पीना लाभदायक होता है। सर्दी-खांसी और बलगम से छुटकारा पाने के लिए इसका इस्तेमाल घरेलू औषधि के रूप में भी किया जाता है।

5.) सहजन का सूप खून की सफाई करने में भी मददगार साबित होता है। खून साफ होने की वजह से चेहरे पर भी निखार आता है।

6.) डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए भी सहजन के सेवन की सलाह दी जाती है।