नई दिल्ली, 30 अप्रैल 2021

पूरा देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर की बुरी तरह चपेट में है। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों में ऑक्सीजन लेवल कम होना एक बड़ी समस्या है। कोविड मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते ही देश में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। डॉक्टर लगातार कोविड मरीजों को अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करने की सलाह दे रहे हैं। जब आपका ऑक्सीजन लेवल 94 से नीचे आने लगे तो डॉक्टर प्रोनिंग एक्सरसाइज की सलाह दे रहे हैं। इसके करने से शरीर का ऑक्सीजन लेवल तेजी से बढ़ता है। कोविड संकट के इस दौर में शरीर में ऑक्सीजन लेवल को मेनटेन रखने के लिए संक्रमण हुए बिना भी इस एक्सरसाइज को किया जा सकता है। आज हम आपको प्रोनिंग करने की पूरी विधि बताने जा रहे हैं कि कैसे इसे घर पर करके आप भी अपना ऑक्सीजन स्तर सही रख सकते हैं।

ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में कामगर है प्रोनिंग

प्रोनिंग एक्सरसाइज को हम सामान्य तौर पर पेट के बल लेटने को कहते हैं। हालांकि एक्सरसाइज में सिर्फ पेट के बल लेटना ही नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने प्रोनिंग करने का स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा जारी तरीका बताया है। इसमें आसान स्टेप में पोजीशन बताई गई हैं जिसे करने कसे ऑक्सीजन का स्तर सही होता है जो कोविड-19 के मरीजों के लिए बहुत ही लाभदायक है।

ऐसे कोविड मरीज जो होम आइसोलेशन में रहकर अपना इलाज करा रहे हैं वे प्रोनिंग करने के लिए इन तरीकों को ध्यान में रखें।

तकिए की मदद से करें प्रोनिंग

इसके लिए एक तकिए को गर्दन के नीचे रखें। इसके बाद एक या दो तकिया सीने के नीचे रखें और एक तकिया नीचे टखने के पास रखें। इस स्थिति में कुछ देर लेटे रहें। इससे भी काफी मदद मिलेगी।

प्रोनिंग के लिए पोजीशन

अब हम आपकों प्रोनिंग की अलग-अलग पोजीशन के बारे में बताने जा रहे हैं। ऐसा करने से पहले ये ध्यान दें कि किसी भी पोजीशन को आधे घंटे से ज्यादा न करें।

आधे घंटे तक के लिए पेट के बल लेंटें। अब पोजीशन को बदलते हुए तस्वीर में दिखाए गए तरीके से दाहिनी तरफ करवट लेकर लेटें। पैर को सामने की तरफ फैलाते हुए बैठें।

आधे घंटे तक बाईं तरफ करवट लेकर लेटें। इसके बाद फिर से पेट के बल लेटें।

प्रोनिंग के समय क्या करें, क्या न करें?

खाना खाने के एक घंटे बाद तक प्रोनिंग करने से बचें। प्रोनिंग उतनी बार ही करें जितनी बार इसे आसानी से कर सकते हैं। जबरदस्ती प्रोनिंग न करें।

अगर आराम महसूस होता है तो एक व्यक्ति दिन में अलग-अलग चक्र में 16 घंटे तक प्रोनिंग कर सकता है।

तकिए को धीरे-धीरे एडजस्ट किया जा सकता है जिसके दबाव वाले क्षेत्र में आराम दिया जा सके।

प्रोनिंग के दौरान किसी भी दबाव या चोट पर पूरी तरह नजर रखें।

प्रोनिंग किसे नहीं करनी चाहिए?

प्रोनिंग को करने को लेकर इन बातों को ध्यान रखना चाहिए। जो महिलाएं प्रेगनेंट हैं उन्हें प्रोनिंग नहीं करनी चाहिए।

डीप वीनस थ्रॉम्बोसिस (48 घंटे में इलाज होने की स्थिति में) वाले प्रोनिंग न करें। इसके साथ ही जिन्हें दिल की गंभीर बीमारियों संबंधी समस्या है उन्हें भी प्रोनिंग न करने की सलाह दी जाती है।

रीढ़ की समस्या, फीमर, पेल्विक फ्रैक्चर होने की स्थिति में भी प्रोनिंग न करें।