देहरादून, 21 सितम्बर 2021

उत्तराखंड में शिल्प क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान हेतु उद्यमियों को उद्योग निदेशालय उत्तराखंड द्वारा उत्तराखंड राज्य शिल्प रत्न पुरस्कार 2019 उद्योग मंत्री गणेश जोशी के द्वारा किया प्रदान गया। इसमे प्रथम पुरस्कार पौड़ी जिला को मिला। पौड़ी जिला के यमकेश्वर के डांडामण्डल किमसार के मूल निवासी गिरीश कंडवाल को रामबास लघु उद्योग के तहत शिल्प क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान करने के लिये उत्तराखंड राज्य शिल्प रत्न पुरस्कार दिया गया है। इसके बाद द्वितीय पुरस्कार पिथौरागढ़ तृतीय चमोली और चतुर्थ टिहरी को दिया गया।

पटेलनगर देहरादून में उद्योग निदेशालय उत्तराखंड द्वारा हिमाद्री शोरूम का उदघाटन उत्तराखंड सुक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री गणेश जोशी द्वारा किया गया। अपने उदबोधन में गणेश जोशी ने कहा राज्य में सरकार की प्राथमिकता लघु उद्योगों का विकास करना है, साथ ही लघु उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि हर पर्यटन स्थल पर हिमाद्री शोरूम खोलकर उत्तराखंड में निर्मित शिल्प को वँहा पर रखा जाना चाहिए, ताकि पर्यटन के साथ साथ लघु उद्योगों का भी विकास हो सके।

बता दे कि गिरीश कंडवाल ने रामबास के लघु उद्योग का कार्य सन 1980 में अपने मूल गांव में प्रारंभ किया था, तब वँहा उस समय सड़क और बिजली की सुविधा तक नही थी । रामबास की खेती घर से तीन किलोमीटर दूर टांडी भवासी में की। उसके बाद जब इसका विस्तार हो गया तो इसकी इकाई कोटद्वार में स्थापित की गई। रामबास के द्वारा उन्होंने टोकरी, जैकेट, आदि कई उत्पाद तैयार किये। एक समय उनके रामबास के उत्पाद पूरे भारत मे माँग थी। आज उनके इस अथक प्रयास और मेहनत का परिणाम उत्तराखंड शिल्प रत्न पुरस्कार 2019 के रूप में मिला।

बता दे कि गिरिश कंडवाल के द्वारा आज भी टांडी में निराश्रित गायों के लिये गौशाला खोली गई है, जिसमे लगभग 60 से अधिक गौ वंश रहते है, एवं तीनो लोगो को रोजगार दिया है।

आज के इस कार्यक्रम में उत्तराखंड धर्मपुर विधायक विनोद चमोली, राधिका झा, सचिव, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग उत्तराखंड, रोहित मीणा, आयुक्त/ महानिदेशक, सुबोधचन्द्र नौटियाल, निदेशक , उद्योग, उत्तराखंड एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।