jawaharbagh riot

यूपी की योगी सरकार ने अखिलेश राज्य में हुए चर्चित जवाहर बाग कांड की न्यायिक जांच पर रोक लगा दी है। यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने बुधवार देर रात न्यायिक जांच पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है।

अब इस मामले की जांच CBI करेगी क्योंकि इलाहाबाद हाई कोर्ट में दायर याचिका की सुनवाई करते हुए 2 मार्च को कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए थे। आपको बता दें कि 2 जून 2016 को मथुरा के जवाहर बाग में कब्जा जमाए उपद्रवियों और पुलिस के बीच कई घंटों तक गोलीबारी हुई थी।

जिसमें पुलिस अधिक्षक समेत दो अधिकारियों की गोली लगने से मौत हो गई थी। दूसरी ओर जवाहर बाग के भी 22 उपद्रवी मारे गए थे। इस पूरे मामले के पीछे गाजीपुर का रहने वाला जयगुरु देव का अनुयायी रामवृक्ष यादव का हाथ था। साल 2014 में रामवृक्ष अपने कुछ साथियों के साथ प्रदर्शन का बहाना बनाकर मथुरा पहुंचा था।

इसी बहाने वो प्रशासन से दो दिन जवाहर बाग में रूकने की इजाजत भी ली, मगर दो दिन बाद उसने जबरदस्ती कर पूरे जवाहर बाग पर कब्जा जमा लिया। कुछ ही महीनों में उसने पार्क से सटे सरकारी जमीनों पर भी कब्जा कर लिया। स्थानीय लोगों की आपत्ति के बाद भी वो इस पूरे पार्क को किसी भी सूरत पर छोड़ने के लिए तैयार नहीं था।

जिसके बाद मामला कोर्ट में गया और हाई कोर्ट ने पूरे पार्क को खाली करने का आदेश दे दिया था। इसके बाद 2 जून 2016 को पुलिस फोर्स जवाहर बाग को खाली कराने पहुंची। इधर पहले से ही ताक लगाए बैठा रामवृक्ष ने पूरे पार्क में अपने हथियारबंद लोगों के साथ पुलिस पर ही हमला कर दिया। इस हमले में मथुरा के एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और एसओ संतोष कुमार यादव की मौत हो गई।