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उत्तर प्रदेश एटीएस के हाथों लखनऊ में मार्च में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह के चचेरे भाई आतिफ को आज एनआइए ने कानपुर से हिरासत में लिया है।

नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी ने आज दिन में कानपुर के जाजमऊ क्षेत्र में आतंकी सैफुल्लाह के घर के पास उसके चाचा के घर पर छापा मारकर उसके भाई आतिफ को हिरासत में लिया है। आतिफ लखनऊ में एनकांउटर में मारे गए सैफुल्लाह का चचेरा भाई है। एनआईए की टीम ने आज दोपहर जाजमऊ में छापेमारी की। इस दौरान टीम ने आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी सैफउल्लाह के चचेरे भाई आतिफ को हिरासत में लिया है। टीम उसको किसी गुप्त स्थान पर लेकर गई है। सैफुल्लाह के भाई के साथ ही जाजमऊ के बंगालीघाट से एक ही परिवार के 3 लोगों को पुलिस ने उठाया है। आतिफ एक टेनरी में काम करता है। माना जा रहा है कि एनआईए ने आतिफ को संदिग्ध आतंकियों के मामले में गवाह बनाया है। आतिफ गवाही देने नहीं जा रहा था।

जाजमऊ इलाके से आतिफ के अलावा एक ही परिवार के परवेज अख्तर, आकिब और आसिफ को पुलिस ने उठाया।चमनगंज और बेकनगंज इलाके में भी पुलिस टीम पहुंची थी। बेकनगंज से कुछ समय पूर्व एक संदिग्ध की गिरफ्तारी हो चुकी है।

इस संबंध में आतिफ की पत्नी गुलनाज फातिमा ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने बेहद अभद्रता के साथ घर की तलाशी ली, इस दौरान उनके ससुर और जेठ के साथ भी बदसलूकी की। गुलनाज ने कहा कि वे मेरे शौहर को कहां ले गए हैं, मुझे पता ही नहीं।

मार्च में लखनऊ में आईएस के संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह के साथ यूपी एटीएस की करीब 12 घंटे से ज्यादा मुठभेड़ चली थी। जिसके बाद सैफुल्लाह को मार गिराने में एटीएस सफल रही थी। इसके बाद कानपुर और अन्य जिलों में कई अन्य संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। सैफुल्लाह की मौत के बाद उसके पिता का बयान काफी चर्चा में रहा था। जिसमें उन्होंने अपने बेटे की ​लाश को लेने से इनकार कर दिया था। कानपुर में सैफुल्लाह के पिता सरताज अहमद ने कहा था कि जो बेटा देश का नहीं हो सकता, वह मेरा भी नहीं हो सकता।

इसी कारण टीम छापेमारी कर उनसे पूछताछ कर रही है। आतंकी सैफुल्लाह के चचेरे भाई आतिफ का घर जाजमऊ के मनोहर नहर इलाके में है। NIA टीम चमनगंज और बेकनगज में पहुंची थी। गौरतलब है कि आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी सैफुल्लाह को उत्तर प्रदेश एटीएस ने लखनऊ में मार्च में एनकाउंटर में मार गिराया था।