मुंबई : टीवी और बॉलीवुड इंडस्ट्री के सबसे पॉपुलर कॉमेडियन एक्टर एम.एम. फारुखी इनदिनों जिल्लत और गुमनामी की ज़िन्दगी बिताने पर मजबूर हो गए हैं। हालात इतने बदतर हो चले हैं कि एक जमाने में इंडस्ट्री पर राज करने वाला ये कॉमेडियन आज काम मांगने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने पर मजबूर हो गया है।mm faruqui

लिलिपुट के नाम से फेमस एम.एम. फारुखी ने बताया कि आजकल वो जहां पर भी अपनी स्क्रिप्ट लेकर जाते हैं उन्हें डायरेक्टर्स-प्रोडूसर्स यही कह देते हैं आज नहीं कल आना ,जो भी होगा हम फ़ोन करेंगे। मगर किसी का भी फ़ोन आज तक नहीं आया। कुछ जगह पर तो मुझे इतना अपमान का सामना करना पड़ा कि ”मुझे तो यहाँ तक कह दिया गया कि आजकल बौने-बौने भी उठकर चले आते हैं डायरेक्टर् बनने।liliput

”बंटी और बबली’ और ‘ ‘कभी तुम कभी हम’ जैसी फिल्मों में काम करने वाले 90 के दशक के मशहूर कॉमे‍डियन लिलिपुट आज काम के अभाव में आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। स्थिति इतनी ख़राब है कि उन्हें अपनी बेटी के घर पर रहकर अपना गुजारा करना पड़ रहा है। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में लिलिपुट ने बताया कि ” साल 1975 में जब मैंने मुंबई में कदम रखा तो मैं इंडस्ट्री का सबसे पहला बौना एक्टर था पर मैंने संघर्ष किया और मुकाम हासिल किया। उस वक़्त में कई लोगों ने मेरा साथ दिया था। मगर आज इंडस्ट्री के हालात बेहद खराब हो गए हैं किसी को किसी की नहीं पड़ी है। ”liliput

लिलिपुट इतना कहते-कहते काफी भावुक हो गए और उन्होंने एक वाक्या बताया कि ”आज से पहले एक असिस्टेंट डायरेक्टर जो आज के समय में इंडस्ट्री के जाने माने डायरेक्टर ने मुझसे कहा था कि तुम कभी अपने कद से ऊपर तररकी नहीं कर पाओगे। आज मुझे लगता है कि उसने सच ही कहा था।mm faruqi

बता दें कि लिलिपुट ने 1992 की फिल्म ‘चमत्कार’ के डायलॉग्स और साल 1993-94 के सीरियल ‘देख भाई देख’ की कहानी लिखी थी।