कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा अक्तूबर में पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रैली करके चुनावी अभियान का श्रीगणेश करेंगी। इसके लिए मंगलवार को हुई कांग्रेस की उच्चस्तरीय बैठक में रणनीति तैयार की गई।

इस रैली में पूरे पूर्वांचल से मतदाताओं को जुटाने की योजना बनाई गई है। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक, वाराणसी में रैली की संभावित तारीख नौ अक्तूबर रखी गई है।

पीएम के संसदीय क्षेत्र में बड़ी रैली करके दिखाने पर कांग्रेस देश-दुनिया के मीडिया में सुर्खियों में आएगी। कांग्रेस अपनी जोनवार प्रतिज्ञा यात्राएं वाराणसी रैली के बाद ही प्रारंभ करेगी।

मंडल स्तर पर होने वाली सभाओं में शामिल होंगी प्रियंका
बैठक में तय हुआ है कि मंडल स्तर पर एक बड़ी सभा होगी, जिसमें पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल होंगी। इसमें वे भाजपा सरकार की खामियां बताते हुए कृषि कानून, रोजगार के घटते अवसर व निजीकरण जैसे मुद्दों को मुख्य रूप से उठाएंगी।

सामाजिक संगठनों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाने का वादा

प्रियंका की राजनीति का केंद्र कौल हाउस बना हुआ है। वे दूसरे दिन भी प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय नहीं गईं। कौल हाउस में ही उन्होंने कई सामाजिक संगठनों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात की। उन्होंने कांग्रेस के जनाधार को बढ़ाने और संगठन को मजबूत करने संबंधी संगठनों के सुझाव सुने। साथ ही उनके मुद्दों को हर मंच पर प्रमुखता से उठाने का भरोसा भी दिया।

जोनवार निकाली जाएंगी प्रतिज्ञा यात्रा
कांग्रेस अक्तूबर के दूसरे सप्ताह से जोनवार प्रतिज्ञा यात्रा निकालेगी। रूट के साथ ही नेताओं की जिम्मेदारियां भी तय की गईं। सूत्रों के मुताबिक, तय हुआ कि जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखकर ही न सिर्फ टिकट तय होंगे, बल्कि सांगठनिक कामकाज और बूथ प्रबंधन की जिम्मेदारी देने में भी इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा।

प्रियंका के साथ कोर कमेटी की बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी रणनीति बनाई गई। चुनावी अभियान के पहले चरण में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में वार रूम बनाने का काम सप्ताह भर में पूरा करने का फैसला किया गया। इसके लिए सोशल मीडिया की हैंडलिंग में दक्ष कार्यकर्ता लगाए जाएंगे। अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में जोनवार प्रतिज्ञा यात्रा शुरू होगी। इससे पहले प्रत्येक ग्राम में पार्टी कमेटी का गठन करना अनिवार्य होगा।