नई दिल्ली, 7 अप्रैल 2021

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने बुधवार को एयर कंडीशनर, एलईडी लाइट्स और उच्च दक्षता वाले सौर पीवी मॉड्यूल के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को मंजूरी दी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 6,238 करोड़ के लिए दो प्रॉडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव स्कीम (पीएलआई योजना) को मंजूरी दी है। इसके जरिए कंपनियों को भारत में अपनी यूनिट लगाने और एक्सपोर्ट करने पर विशेष रियायत के साथ-साथ वित्तीय सहायता भी दी जाती है।

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि पीएलआई को हाई एफिसिएंशी वाले सोलर पीवी मॉड्यूल,एलईडी और एयर कंडीशनर के लिए लागू किया गया है। प्रस्ताव को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में मंजूरी दी गई। एलईडी के लिए पीएलआई योजना 6,238 करोड़ रुपये की है, सौर पीवी मॉड्यूल के लिए पीएलआई 4,500 करोड़ की है। यह राशि 5 वर्षों में वितरित की जाएगी।

पीयूष गोयल ने कहा कि एसी और एलईडी के लिए योजना की मंजूरी से घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा। समें 5-6 फीसद इंसेंटिव मिलेगा। उन्होंने कहा कि ज्यादातर उपकरण एमएसएमई (MSME) बनाते हैं। ऐसे में एमएसएमई को फायदा होगा और बड़े स्तर पर रोजगार पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना से भारत को एसी और एलईडी उपकरणों के निर्माण में आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।

दूसरी पीएलआई योजना हाई एफिशियेंसी सोलर पीवी मॉड्यूल्स के लिए है। गोयल ने बताया कि हाई एफिशियेंसी सोलर पीवी मॉड्यूल्स द्वारा लगभग 10 हजार मेगावाट की एडिशनल मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी का भारत में निर्माण होगा। जिसमें साढे चार हजार करोड़ रुपये का PLI दिया जायेगा। गोयल ने कहा कि इससे विदेशी कंपनियां भी भारत में आने के लिए प्रोत्साहित होंगी और भारत सोलर उपकरण के निर्माण में आत्मनिर्भर बनेगा। उन्होंने कहा, आज केंद्रीय मंत्रिमंडल के इस निर्णय के साथ, 13 में से कुल 9 PLI योजनाओं को आज तक मंजूरी दी गई है, जबकि बाकी 4 योजनाएं एक एडवांस स्टेज में हैं। इन योजनाओं से भारत के मैन्यूफेक्चरिंग सेक्टर को काफी मदद देंगी।