PM मोदी पर बनाई डॉक्यूमेंट्री इंडिया: द मोदी क्वेश्चन को लेकर विवादों में घिरे BBC के दिल्ली और मुंबई दफ्तर पर आयकर की 14 फरवरी से शुरू हुआ सर्वे ऑपरेशन तीसरे दिन यानी 15 फरवरी को भी जारी रहा। सूत्रों के अनुसार, भारत में बीबीसी के कार्यालयों में 10 सीनियर अधिकारी पहले ही दिन से मौजूद हैं। सूत्रों के अनुसार, आयकर विभाग जल्द इस संबंध में कोई बड़ा खुलासा करेगा।

पढ़िए पूरी डिटेल्स, आखिर मामला क्या है?

बीबीसी पर जानबूझकर मुनाफे का पैसा डायवर्ट करने का आरोप है। इन्हीं की जांच करने के लिए ये सर्वे हो रहा है। इंडिया टुडे ने दावा किया है कि मुंबई के सांताक्रूज में बीबीसी के कार्यालय में आईटी अधिकारी तीसरे दिन दिन भी अंदर मौजूद हैं और अकाउंट्स का आकलन चल रहा है। सर्वे टीम फाइनेंसियल ट्रांजिक्शन, कंपनी के स्ट्रक्चर और न्यूज कंपनी के बारे में अन्य डिटेल्स पर जवाब मांग रही है। सबूत जुटाने इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से डेटा कॉपी किया जा रहा है।

सर्वे टीम ने बीबीसी के संपादकों को एक लेटर शेयर किया था, जिसमें कहा गया कि उन्हें तीन दिनों के लिए सर्वे करने की अनुमति है। इस बीच बीबीसी के सभी कर्मचारियों को अगली सूचना तक वर्क फ्रॉम होम करने को कहा गया है।

इंटरनेशनल टैक्सेशन और बीबीसी की सहायक कंपनियों के ट्रांसफर प्राइसिंग की जांच करने के लिए आईटी टीम मंगलवार को दिल्ली और मुंबई स्थित बीबीसी कार्यालयों में पहुंची थी। कहा जा रहा है ब्रॉडकास्टर को नोटिस दिया गया था, लेकिन उसका उल्लंघन किया गया। कंपनी ने अपने मुनाफे को महत्वपूर्ण रूप से डायवर्ट किया था। छापे के दौरान कर्मचारियों के फोन जब्त कर उनके लैपटॉप स्कैन किए गए और मॉर्निंग शिफ्ट में काम करने वाले कर्मचारियों को घर जाने को कहा गया था। सर्वे के दौरान टीम का बीबीसी की शेल कंपनी, फंड ट्रांसफर और फॉरेन ट्रांसफर सहित कर्मचारियों के सिस्टम पर फोकस है।

बता दें कि सर्वे को लेकर पॉलिटिक्स भी गहराई हुई है। विपक्ष जहां इसे प्रेस की आजादी पर हमला बता रही है, वहीं सरकार इस कार्यवाही को जायज ठहरा रही है।

पाकिस्तानी जर्नलिस्ट के सवाल पर अमेरिका ने दिया था ये जवाब

BBC के भारत स्थित दफ्तरों पर पड़े आयकर के छापे की गूंज दुनिया के तमाम देशों में सुनाई दी है। अमेरिका में पाकिस्तानी समाचार संगठन ARY न्यूज के वाशिंगटन डीसी रिपोर्टर ने जहांजेब अली ने जब इस बारे में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस से सवाल किया था, तब उन्होंने जवाब दिया था-हम भारतीय अधिकारियों द्वारा दिल्ली में बीबीसी कार्यालयों में सर्च के बारे में जानते हैं। इसकी जानकारी आपको भारतीय अधिकारियों से ही मिल सकती है। प्राइस ने कहा कि अमेरिका दुनियाभर में फ्री प्रेस के महत्व का सपोर्ट करता है। उन्होंने कहा था-“हम अभिव्यक्त की स्वतंत्रता और धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता को मानवाधिकारों के रूप में उजागर करना जारी रखते हैं, जो दुनियाभर में लोकतंत्र को मजबूत करने में योगदान देता है। इसी ने अमेरिका में लोकतंत्र को मजबूत किया है और भारत को मजबूत किया है।”