विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया है। इसने लोगों को एकजुट किया है और बॉलीवुड की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक बनकर उभरी है। अब यह फिल्म यूएई में रिलीज होने वाली है। निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि एक इस्लामी देश में चार हफ्ते की जांच के बाद फिल्म पास हो गया, जबकि कुछ भारतीय फिल्म को इस्लामोफोबिक बता रहे हैं।

द कश्मीर फाइल्स’ ने बॉक्स ऑफिस पर दुनिया भर में 250 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है। अब एक बड़ी उपलब्धि में फिल्म को संयुक्त अरब अमीरात में बिना किसी कट के पारित कर दिया गया है। यह फिल्म जल्द ही सिंगापुर में भी रिलीज होगी। विवेक अग्निहोत्री ने इस खबर को अपने प्रशंसकों और फॉलोअर्स के साथ साझा करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया।

उन्होंने लिखा, “यह बड़ी जीत है। संयुक्त अरब अमीरात से सेंसर की मंजूरी मिल गई। वो भी बिना किसी कट के 15+ रेटिंग दी गई। 7 अप्रैल (गुरुवार) को रिलीज हो रही है। अब अगला नंबर सिंगापुर का है।”

यूएई में इस जीत पर बोलते हुए निर्देशक ने उन लोगों को भी जवाब दिया जिन्होंने फिल्म को ‘इस्लामोफोबिक’ करार दिया है। उन्होंने कहा, “भारत में, कुछ लोग इसे इस्लामोफोबिक कह रहे हैं, लेकिन एक इस्लामिक देश ने 4 सप्ताह की जांच के बाद इसे 0 कट और 15+ दर्शकों के लिए पारित किया है। भारत में यह 18+ के लिए है।”

इसके अलावा विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म का विरोध करने वालों के बारे में बात की और जोर देकर कहा कि द कश्मीर फाइल्स मानवता के बारे में है। उन्होंने कहा, ‘सिंगापुर में भी ऐसा ही हुआ है, जहां करीब तीन हफ्ते लग गए। मुस्लिम समूहों के बहुत सारे प्रतिनिधित्व थे, लेकिन तब उनके सेंसर के प्रमुख ने कहा कि फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। इसे सभी को देखना चाहिए। यही बात संयुक्त अरब अमीरात के साथ भी है। कई बार जांच की लेकिन वे सभी कह रहे हैं कि यह फिल्म मानवता के बारे में है। यह फिल्म आतंकवाद के खिलाफ है इसलिए इसे सभी को देखना चाहिए। लेकिन भारत में कुछ लोग जो इसे देखे बिना इसका विरोध कर रहे हैं। इसे इस्लामोफोबिक कह रहे हैं। वे या तो आतंकवादी समूहों का हिस्सा हैं या उनका दिमाग खराब है।’

‘द कश्मीर फाइल्स’ 1990 में कश्मीर विद्रोह के दौरान कश्मीरी पंडितों के पलायन की सच्ची कहानी पर आधारित फिल्म है। फिल्म के कलाकारों में मिथुन चक्रवर्ती, अनुपम खेर, दर्शन कुमार, पल्लवी जोशी और चिन्मय मंडलेकर शामिल हैं।