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मंदसौर : जिले में आठ साल की मासूम के साथ हुई ‘निर्भया’ जैसी दरिंदगी के मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए पहले से स्कूल पर नजर रखी हुई थी और इसके लिए बाकायदा पूरी प्लानिंग भी की थी। इतना ही नहीं वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपियों ने जानबूझ कर मासूम को चुना था, ताकि वो रेप का विरोध नहीं कर सके।

जिंदगी से जंग लड़ रही मासूम
अस्पताल में मासूम की हालत नाजुक बनी हुई है। अब तक डॉक्टर उसकी कई सर्जरियां कर चुके हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने बच्ची से गैंगरेप के बाद काफी देर उन चीजों की तलाश की जिससे उसके प्राइवेट पार्ट्स को नुकसान पहुंचाया जा सके।

ऐसे हुआ दूसरे आरोपी का खुलासा

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पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दूसरे आरोपी को भी अरेस्ट कर लिया है। एसपी मनोज सिंह ने बताया कि, ‘स्कूल के ही एक बच्चे ने लड़की को किडनैप करने वाले दूसरे आरोपी को देखा था। बच्चे ने बताया कि वह नारंगी टी-शर्ट पहने हुए था। सीसीटीवी फुटेज में इरफान को नीले रंग की शर्ट पहने देखा गया था। पूछताछ के दौरान इरफान ने स्वीकार किया कि उसने अपने साथी आसिफ के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम देने के लिए साजिश रची थी।

बच्ची को ऐसे फंसाया जाल में
आरोपियों ने बताया कि करीब पांच बजे आसिफ स्कूल के गेट के पास घूमने लगा और मासूम बच्ची पर नजर रखने लगा। उसने कैंडी और स्नैक्सि देकर उसे लालच दिया कि अगर वह उसके साथ चलेगी तो और ज्यादा मिलेगा। बच्ची आसिफ के साथ चल दी और बाद में इरफान भी उसके साथ मिल गया। वे लोग बच्ची को एक सुनसान जगह पर ले गए, जहां करीब दो घंटे तक आसिफ ने उसके साथ गैंगरेप किया और फिर इरफान ने बर्बरता की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने बच्ची का गला काट दिया और मरने के लिए छोड़ दिया।

MP की एक ही आवाज ‘आरोपी को फांसी दो’
घटना के बाद पूरे राज्य में आक्रोश फैला हुआ है। जनता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करते हुए सरकार से एक ही मांग कर रही है कि आरोपियों को फांसी दो।

दरिंदों को CM दिलाएंगे फांसी
सीएम शिवराज ने इस घटना पर दुख जताते आरोपियों को दरिंदा करार दिया है। उन्होंने कहा कि ‘ये दरिंदे धरती पर बोझ हैं, ये धरती पर जीवित रहने के लायक नहीं हैं।’ उन्होंने कहा, ‘बलात्कार के मामलों में हमने प्रदेश में फास्ट ट्रैक अदालत में कार्यवाही करने के प्रावधान किए हैं। सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट से भी इस प्रकार के प्रावधान करने का अनुरोध किया है ताकि इस तरह के अपराध करने वाले आरोपियों के खिलाफ शीघ्र अदालती कार्यवाही कर उन्हें फांसी की सजा दी जा सके’।