आज गुरु नानक देव जी की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया। इस ऐतिहासिक फैसले के बाद करीब डेढ़ साल से आंदोलनरत किसानों को नई उम्मीद जगी है। वे लंबे समय से तीनों कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे थे। इस मौके पर सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष तमाम पार्टी नेताओं की प्रतिक्रिया आ रही है। पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उन्होंने अपनी गलती स्वीकार की, लेकिन इस जीत का श्रेय किसी को भी लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

शुक्रवार को गुरु नानक देव जी के प्रकाश वर्ष के पावन मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह नौ बजे देश को संबोधित किया और किसानों की पुरानी मांग तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला लिया। पीएम ने अपने संबोधन में किसानों के हित की बात भी की। साथ ही किसानों के लिए शुरू की गई कई परियोजनाओं का भी जिक्र किया।

उधर, पीएम मोदी ने ऐतिहासिक फैसले को लेकर सभी किसानों में खुशी की लहर है। वे पीएम के फैसले का स्वागत कर रहे हैं हालांकि किसान नेता राकेश टिकैत अभी भी आंदोलन खत्म न करने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि संसद में बिल पारित होने के बाद ही वे पीछे हटेंगे।

वहीं, पंजाब सरकार इस फैसले को लेकर काफी खुश है। पहले डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने इस फैसले का स्वागत किया तो फिर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष ने संयुक्त किसान मोर्चा को इस जीत का श्रेय दिया। सिद्दू ने एएनआई से बातचीत में कहा, “गुरु नानक जयंती पर उन्होंने (पीएम) अपनी गलती स्वीकार की। पंजाब को सब कुछ भूलकर एक नया अध्याय शुरू करना चाहिए। इस जीत का श्रेय किसी को भी लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इसका श्रेय एसकेएम(संयुक्त किसान मोर्चा) के सत्याग्रह को जाता है। उन्हें बदनाम करने के प्रयास किए गए लेकिन वे डटे रहे।”