शरीर में ज्यादा कोलेस्ट्रॉल होना दिल के लिए काफी खतरनाक हो सकता है। अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम में अधिकांश लोग High Cholesterol की समस्या से गुजर रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि ब्रिटेन में लगभग 40% लोग उच्च कोलेस्ट्रॉल या सीमा रेखा के उच्च स्तर से पीड़ित हैं। अब भारत में भी ऐसे लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो High Cholesterol की समस्या से गुजर रहे हैं। High Cholesterol होने का सबसे पहले असर पैरों पर होने लगता है। शरीर का अधिकांश रक्त पैरों में होता है और जब रक्त में मौजूद बहुत अधिक वसायुक्त पदार्थों की मात्रा बढ़ जाती है तो इसके लक्षण पैरों में सबसे पहले दिखाई देने लगते हैं।

High Cholesterol होने का मुख्य कारण इन दिनों लोगों की जीवन शैली है। बहुत अत्यधिक वसायुक्त खाना खाने के साथ व्यायाम नहीं करने और शराब पीने के कारण High Cholesterol की समस्या होने लगती है। इसके अलावा कुछ लोगों में लीवर में भी प्राकृतिक रूप से Cholesterol का निर्माण ज्यादा होता है, इसके कारण भी शरीर में Cholesterol का स्तर बढ़ जाता है।

High Cholesterol के कारण सकता है अटैक

यदि आप भी उच्च कोलेस्ट्रॉल की समस्या से गुजर रहे हैं तो तत्काल अलर्ट हो जाएं क्योंकि ज्यादा कोलेस्ट्रॉल होने के कारण हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है। यदि आप वसायुक्त पदार्थ का सेवन ज्यादा करते हैं तो इससे शरीर में धमनियों में अवरोध पैदा होता है। सबसे खास बात ये है कि इसके सीधे लक्षण दिल पर दिखाई नहीं देता है, जबकि High Cholesterol होने पर उसके सबसे पहले लक्षण पैरों पर दिखाई देने लगते हैं और अधिकांश लोग पैरों के इन लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं।

जानिए क्या होता है कोलेस्ट्रॉल

दरअसल कोलेस्ट्रॉल लीवर द्वारा निर्मित एक वसायुक्त पदार्थ है, जिसके कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ होते है, जैसे हार्मोन बनाना और कोशिका झिल्ली का निर्माण आदि। लेकिन जब शरीर में High Cholesterol की समस्या पैदा हो जाती है तो इसका दुष्प्रभाव भी शरीर पर पड़ने लगते हैं। शरीर में कोलेस्ट्रॉल भी दो प्रकार का होता है और ये दो प्रकार है LDL Cholesterol और HDL Cholesterol। शरीर के लिए LDL कोलेस्ट्रॉल को खतरनाक होता है क्योंकि यह धमनियों के अंदर से चिपक जाता है, जिससे रक्त प्रवाह में रुकावट का खतरा बढ़ जाता है, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है।

High Cholesterol के दिखते हैं ये लक्षण

– जब शरीर में धमनियां कोलेस्ट्रॉल के कारण अवरुद्ध हो जाती हैं, तो इसका सबसे पहले असर पैरों में दिखाई देने लगता है। ऐसा जरूरी नहीं है कि High Cholesterol के कारण सबसे पहले दिल की धमनियों में ही अवरोध पैदा है। अधिकांश लोगों में High Cholesterol के कारण पैरों में दर्द होने लगता है। इसे पेरिफेरल आर्टरी डिजीज (PAD) कहा जाता है।

– कार्डियोवास्कुलर इंस्टीट्यूट ऑफ द साउथ (CIS) के अनुसार यह सबसे अधिक पैरों में होता है। हालांकि कोई शारीरिक संकेत नहीं हो सकता है। कुछ लक्षण हैं जो पैड के साथ दिखाई देने लगते हैं। यदि 30 या 40 साल की उम्र के बाद पैरों में दर्द रहें तो सतर्क हो जाना चाहिए।

– High Cholesterol के रोगियों को हर समय अपनी धमनी की देखभाल के प्रति सतर्क रहना चाहिए। ऐसे लोगों को पैरों में दर्दनाक ऐंठन, पैरों में सुन्नपन या कमजोरी, पैरों पर बालों का धीमा विकास, निचले पैर या एक तरफ पैर में ठंडक महसूस होने जैसे कुछ ऐसे लक्षण है, जो High Cholesterol के संकेत देते हैं।

ऐसे कम करें अपने शरीर में High Cholesterol

अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में सबसे पहले अपने खानपान में बदलाव करना चाहिए। साथ ही व्यायाम का समय भी बढ़ा देना चाहिए। ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन ज्यादा करना चाहिए जिसमें प्रोटीन या फाइबर की मात्रा अधिक होती है। कोलेस्ट्रॉल चैरिटी हार्ट यूके के अनुसार, सबसे अच्छा तरीका यह है कि Saturated Fat को कम किया जाए और उसमें से कुछ को Unsaturated Fat से बदला जाए। Unsaturated Fat पाने के लिए जैतून, सूरजमुखी आदि के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए।

इसके अलावा मछली का तेल भी काफी फायदेमंद होता है क्योंकि ओमेगा -3 काफी मात्रा में पाया जाता है, जो काफी लाभकारी होता है। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि शरीर का जितना वजन है, उतने ग्राम प्रोटीन का सेवन रोज करना चाहिए। उदाहरण के तौर पर यदि आपका वजन 50 किलो है तो आपको अपनी डाइट में ऐसी खाद्य सामग्री को ज्यादा शामिल करना चाहिए जिससे आपको 50 ग्राम प्रोटीन जरूर मिल जाए।