उपमुख्यमंत्री

उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से आखिरकार मंगलवार संध्या मुलाकात की। सात जुलाई को सीबीआई छापेमारी के पश्चात दोनों में कोई बातचीत नहीं हुई थी। यहां तक कि पिछले सप्ताह हुई कैबिनेट की बैठक में भी मुख्यमंत्री से उनकी हाय-हेलो के साथ ही कोई बात नहीं हुई थी।

करीब 35 मिनट तक चली इस बैठक ने राजनीति गलियारों में अटकलें तेज कर दी हैं। माना जा रहा है मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान तेजस्वी ने अपने ऊपर लगे आरोपों के संबंध में सफाई दी है। हालांकि मुख्यमंत्री ने कुछ और अहम बिंदुओं पर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है। जदयू और राजद खेमे ने भी इस मुलाकात को ‘सौहार्दपूर्ण’ बताया है।

नीतीश के सामने तेजस्वी की दलील-
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से सीधे मुलाकात में अपनी सफाई दी। तेजस्वी ने खुद को बेकसूर बताया। तेजस्वी ने नीतीश कुमार को बताया जब उन पर आरोप लगे थे, तब वो सरकारी पद पर नहीं थे। ऐसे में प्रिवेन्शन ऑफ करप्पशन एक्ट में वो कैसे दोषी हैं?

तेजस्वी ने ये भी बताया कि वो सीबीआई केस के खिलाफ कोर्ट जाएंगे और अग्रिम जमानत की अपील करेंगे। तेजस्वी ने कहा यदिउन्हें जमानत नहीं मिली, तब वो दोषी हैं। यदि जमानत मिल गई या कोर्ट ने केस खत्म कर दिया, तो फिर इस्तीफे का क्या मतलब होगा?

टल गया तेजस्वी का इस्तीफा-
बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव की इन दलीलों के बाद उनका इस्तीफा फिलहाल टल गया है। अब कोर्ट के फैसले के आधार पर तेजस्वी के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया जाएगा।

सीएम-डिप्टी सीएम ने अकेले में की बात-
मंगलवार संध्या कैबिनेट की बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चैंबर में उनसे मिलने गए। तेजस्वी के साथ उनके भाई एवं स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं शिक्षा मंत्री डा. अशोक चौधरी भी थे। कुछ देर बाद ये दोनों मंत्री बाहर निकल गए और मुख्यमंत्री के साथ केवल उपमुख्यमंत्री रह गए। दोनों के बीच आधा घंटे से अधिक बातचीत हुई।

जदयू सूत्रों ने बताया कि सुबह से ही इस बैठक की तैयारी थी। मुलाकात के दौरान, तेजस्वी प्रसाद यादव ने मुख्यमंत्री को अपने ऊपर लगे आरोपों के संबंध में विस्तार से सफाई दी है। उनका कहना था कि सीबीआई ने उन्हें फंसाया है। उनपर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया है।

फिलहाल मिली राहत-
इधर, इस मुलाकात को लेकर अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। यह कयास लगाया जा रहा है कि तेजस्वी प्रसाद यादव के खिलाफ मुख्यमंत्री फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं करेंगे क्योंकि उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तार से स्पष्टीकरण दे दिया है।

राजद खेमे में भी उत्साह-
मुलाकात के बाद तेजस्वी प्रसाद यादव जब अपने आवास पहुंचे, तो वहां वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी, सहकारिता मंत्री आलोक मेहता सहित कई वरिष्ठ नेता पहले से ही राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के पास मौजूद थे। कैबिनेट की बैठक समाप्त होते ही ये मंत्री लालू प्रसाद के पास पहुंच गए थे।

सब कुछ ठीक-ठाक है-
लालू के आवास का माहौल यह संकेत दे रहा था कि महागठबंधन में फिलहाल सब कुछ ठीक है। उधर, राजद के करीबी सूत्रों ने बताया कि कुछ और प्रश्नों पर नीतीश कुमार ने तेजस्वी से स्पष्टीकरण मांगा है। बताया जा रहा है कि फिलहाल संकट टल गया है।