ChatGPT पूरी दुनिया में तहलका मचा रहा है। हर तरह सिर्फ इसी की चर्चा हो रही है। लोगों ने यहां तक कहना शुरू कर दिया है कि यह तकनीक एक नए युग की शुरुआत होने जैसी है। दुनिया की बड़ी कंपनियां गूगल से लेकर माइक्रोसॉफ्ट तक इसकी आहट से ही सहम उठी हैं। अब एक ऐसा ऐप तैयार हुआ है जो ChatGPT के दुरुपयोग पर नजर रखेगा।

एआई यानी आर्टिफिशल इंटेलीजेंस तकनीक के आधार पर काम करने वाले चैटजीपीटी ने दुरुपयोग के कई मामले सामने आए थे। स्कूल, कॉलेज से लेकर यूनिवर्सिटी तक में छात्रों ने इस तकनीक के माध्यम से अपने रिसर्च, थीसिस और अन्य प्रोजेक्ट पूरे किए। ऐसे में सवाल उठने लगे कि अगर छात्र इस तकनीक से काम करेंगे तो मेहनत करने वाले छात्रों का क्या होगा।

कैसे बना GPT Zero

इसी सवाल को देखते हुए एडवर्ड टीएन (Edward Tian) नाम के 22 वर्षीय छात्र ने GPT Zero तैयार किया। एडवर्ड प्रिंसटन यूनिवर्सिटी का छात्र है। वह यूनिवर्सिटी में नेचुरल प्रोसेसिंग लैब में इस बात पर रिसर्च कर रहा था कि कैसे पता लगाया जाए कि कोई कंटेंट एआई के माध्यम से तैयार किया गया है या उसे किसी ने लिखा है।

इतना हुआ डाउनलोड कि साइट क्रैश

इस ऐप को कड़ी मेहनत से तैयार करने के बाद एडवर्ड सो गया। एक रिपोर्ट के मुताबिक जब वह सोकर उठा तो उसके फोन में सैकड़ों मैसेज थे। उसे हजारों की संख्या में मैसेज मिले। इसके ऐप को इतने लोगों ने डाउनलोड किया कि जिस प्लेटफॉर्म पर उसे रखा गया था वह क्रैश हो गई।