मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के नर्सिंग और पैरामेडिकल छात्र-छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण प्लेसमेंट दिलाने, कैरियर काउंसिलिंग, आकांक्षी कैरियर बनाने के उद्​देश्य से मिशन निरामया: अभियान का शुभारंभ एसजीपीजीआई के कन्वेन्शन सेंटर में किया। इस मौके पर उन्‍होंने कहा कि कभी यूपी, देश में और भारत, दुनिया में विश्वगुरू के रूप में स्थापित था। शैक्षिक रूप से हम इतने समतुल्य थे कि दुनिया भारत की तरफ देखती थी। स्वास्थ्य क्षेत्र में भी दुनिया की प्राचीनतम पद्धति में भारत की पद्धति थी। मगर इसमें हम कहीं न कहीं पिछड़े है और कारण है कि समय के अनुरूप हम अपने आप को नहीं लेकर चल पाएं। दुनिया हमसे बहुत आगे बढ़ गई। PM की प्रेरणा से एक नई शुरूआत 2017 में हम लोगों ने उत्तर प्रदेश में की थी। मिशन निरामया उसी कड़ी का हिस्सा है। अगर स्वास्थ्य क्षेत्र को सच में समृद्ध करना है तो नर्सिंग और पैरामेडिकल को आगे बढ़ाने का हमको प्रयास करना होगा।

भाजपा ने गोला गोकर्णनाथ सीट से पार्टी के दिवंगत विधायक अरविंद गिरी के बेटे अमन गिरि को मैदान में उतारा है। पिछले दिनों अरविंद गिरि के निधन की वजह से ही यह सीट खाली हुई थी। इस सीट पर पिछले चुनाव में अरविंद गिरि‍ को टक्‍कर देने वाले विनय तिवारी को समाजवादी पार्टी ने दोबारा मौका दिया है। इस सीट पर मतदान तीन नवम्‍बर को होगा।

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का 10 अक्तूबर तक दीनदयाल उपाध्याय विद्यालय, आजादनगर में चलने वाला स्वर संगम घोष शिविर गुरुवार से शुरू हो चुका है। इसमें शिरकत करने के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत शनिवार को दिल्ली से हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस से कानपुर सेंट्रल पहुंचेंगे। सेंट्रल स्टेशन से कार्यक्रम स्थल तक कड़ी सुरक्षा घेरे में जाएंगे। नौ अक्तूबर को वाल्मीकि जयंती पर नानाराव पार्क में वाल्मीकि समाज के कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद भागवत आमजनों को संबोधित करेंगे। 10 अक्तूबर को एसडी कॉलेज परिसर में परिवार मिलन समारोह (कुटुंब प्रबोधन) में शामिल होकर आमजनों को एक बार फिर संबोधित करेंगे। वह एसडी कॉलेज के एक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे।

इंडियन रोड कांग्रेस (आईआरसी) का शुभारंभ शनिवार को शाम चार बजे केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में करेंगे। 81वें आईआरसी में देश-विदेश से 1500 से अधिक डेलीगेट्स शामिल होंगे। विभिन्न सत्रों में भविष्य की सड़कें और सड़क निर्माण की तकनीकी पर विशेषज्ञ अपनी बात रखेंगे। 11 साल बाद यूपी को इस अधिवेशन की मेजबानी का मौका मिला है।