देहरादून, 11 सितम्बर 2021

उत्तराखण्ड के सेब को अब दुनिया में नई पहचान मिलने वाली है। जिसके लिए अब प्रदेश सरकार उद्यान विभाग 24 से 26 सितंबर तक देहरादून में ‘इंटरनेशनल एप्पल फेस्टिवल’ आयोजित करेगा। जिससे उत्तराखण्ड के सेब की देश-दुनिया में ब्रांडिंग हो सके।

बता दें सेब उत्पादन के मामले में उत्तराखण्ड भले ही देश में तीसरे स्थान पर हो, लेकिन यहां के सेब को अभी तक वह पहचान नहीं मिल पाई है। आज भी उत्तराखण्ड का सेब हिमाचल एप्पल के नाम से बिकता है। इसी क्रम मे अब प्रदेश सरकार ने ब्रांडिंग पर ध्यान केंद्रित करने की ठानी है। जिसको लेकर इंटरनेशनल एप्पल फेस्टिवल आयोजित किया जा रहा है जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के अलावा अमेरिका, यूरोप समेत अन्य देशों में उत्पादित सेब प्रदर्शित किए जाएंगे। इस दौरान उत्तराखण्डी सेब की देश-दुनिया में ब्रांडिंग कैसे हो, इसे लेकर गहन मंथन होगा। साथ ही सेब उत्पादकों को विपणन के गुर भी सिखाए जाएंगे।

बताते चलें कि उत्तराखण्ड में 25785 हेक्टेयर क्षेत्र में 58 हजार टन से अधिक सेब की पैदावार हो रही है। गुणवत्ता के मामले में भी यहां का सेब किसी से कमतर नहीं है। उत्तराखण्ड का सेब अधिक रसीला होने के कारण अमेरिकन सेब को भी मात देता है। जिस वजह से यह दिल्ली समेत अन्य राज्यों में भी लगातार पहुंच रहा है। परन्तु इसके बावजूद भी उत्तराखण्ड के सेब के सामने अपनी पहचान का संकट खड़ा है और अब भी उत्तराखण्ड का सेब हिमाचल एप्पल के नाम से बिक रहा है।