उत्तराखंड, 13 सितम्बर 2021

उत्तराखंड (Uttarakhand) की राजनीति के सबसे चर्चित ढेंचा बीज घोटाले (Dhencha Beej Scam)का जिन्न एक बार फिर से बाहर आ गया है. धामी सरकार में दिग्गज कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने न्यूज18 से बातचीत में सोमवार को बड़ा खुलासा किया है. हरक सिंह ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हरीश रावत इससे पहले बीजेपी सरकार में कृषि मंत्री रहे त्रिवेंद्र रावत को ढेंचा बीज घोटाले के लिए जेल भेजना चाहते थे. हरक ने कहा कि उन्होंने त्रिवेंद्र के समर्थन में दो पेज की नोटिंग की थी. जिसके चलते वो जेल जाने से बच गए. उन्होंने कहा कि तब हरीश रावत ने कहा था कि तुम सांप को दूध पिला रहे हो. मंत्री हरक सिंह ने कहा कि यदि तब त्रिवेंद्र जेल गए होते तो 2017 में वो सीएम भी नहीं बन पाते.

बताते चलें कि 2007 से 12 के बीच बीजेपी की खंडूरी सरकार में त्रिवेंद्र रावत कृषि मंत्री थे, इसके बाद 2012 से 17 तक रही कांग्रेस सरकार में हरक सिंह रावत कृषि मंत्री बने. हरीश रावत मुख्यमंत्री थे. तब त्रिवेंद्र पर ढेंचा बीज खरीद में घोटाले के आरोप लगे थे. वहीं पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत का कहना है कि हरक सिंह कुछ भी बोले मुझ पर कोई फर्क नहीं पड़ता. तत्कालीन समय में हरीश रावत तब एक डेढ़ महीने दिल्ली ऑल इंडिया मेडिकल इंस्टिट्यूट में एडमिट रहे. ढेंचा बीज की उस फाइल को अपने सिरहाने के नीचे दबा कर रहे .त्रिवेंद्र का कहना है कि उस फाइल की बड़ी-बड़ी फोटो स्टेट कर के सचिवालय के चारों ओर चिपका दीजिए, जनता खुद फैसला कर लेगी. उसमे भ्रष्टाचार हुआ या नहीं. त्रिवेंद्र ने कहा कि हरक सिंह की आदत है कुछ भी कह देने की.

अपने इस इंटरव्यू में हरक सिंह ने कहा कि 2016 की बगावत उन्होंने कैबिनेट मंत्री बनने के लिए नहीं की थी. उन्होंने आगे कहा कि उनको उम्मीद थी कि इसके बाद वो सीएम बन जाएंगे. लेकिन, ऐसा नहीं हो पाया. मेरी किस्मत में नहीं है सीएम बनना. बहरहाल, विधानसभा चुनाव से ठीक पहले ढेंचा बीज घोटाले का जिन्न एक बार फिर बाहर आ गया है. विपक्ष को बैठे बिठाए एक तरह से मुद्दा मिल गया है. ऐसे में हरक की ये बयानबाजी पार्टी के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है.