जम्मू विश्वविद्यालय के छात्रों ने मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर में एमसीए विभाग के एक सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्रों का आरोप है कि उनका प्रोफेसर MCA की छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें करता है और विश्वविद्यालय प्रशासन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।

मामला सामने आने के बाद जम्मू विश्वविद्यालय के छात्रों का गुस्सा बढ़ता चला गया, उन्होंने MCA विभाग के एक सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत की। छात्र मांग कर रहे हैं कि उसे तुरंत सस्पेंड किया जाए। दरअसल, मामला करीब छह महीने पुराना है और आरोप गंभीर है। इस विभाग की छात्राओं का आरोप है कि उनका एक प्रोफेसर उनसे अश्लील हरकतें करता है। उनका आरोप है कि आरोपी प्रोफेसर छात्राओं को फेल करने के बाद अपने कमरे में बुलाता था और उनसे अश्लील हरकतें और बातें करता था। जिस छात्रा ने प्रोफेसर के खिलाफ यह आरोप लगाए हैं उसका दावा है कि आरोपी प्रोफेसर ने उसे कमरे में कई बार बुलाया और फिर उससे अश्लील बातें और हरकतें करता था।

पीड़ित छात्रा का दुख
पीड़ित छात्रा के अनुसार उसने अपने साथ हो रहे इस दुर्व्यवहार की शिकायत विश्वविधालय प्रशासन से भी की, मगर प्रशासन ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की और ऐसे में पीड़ित छात्रा और उसकी सहेलियों के लिए विभाग में आना मुश्किल हो गया था। ऐसे में छात्रों ने ऐसे प्रोफेसर के खिलाफ मोर्चा खोलने का मन बनाया और मंगलवार को प्रदर्शन किया। पीड़ित छात्रा के समर्थन में उसकी कुछ सहेलियां और छात्र भी उतर आये।

विश्वविद्यालय प्रशासन का दावा है कि पीड़ित छात्रा उनके पास एक हफ्ते पहले ही शिकायत लेकर आई थी और उनकी शिकायत को न केवल सुना गया था बल्कि कमिटी अगेन्स्ट सेक्सुअल हर्रास्मेंट को भी शिकायत भेज दी गयी थी। प्रशासन का दावा है कि ऐसी शिकायतों की पहले जांच होती है, जिसके बाद ही कार्यवाही होती है। यूनिवर्सिटी का दावा है कि फिलहाल जिस प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत आयी है, उसे विश्वविद्यालय से बाहर कर दिया गया है और जांच रिपोर्ट आने पर उसके खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी।

जम्मू विश्वविद्यालय स्टूडेंट्स की डीन, सतनाम कौर का कहना है कि जम्मू यूनिवर्सिटी के MCA विभाग के जिस सीनियर असिस्टेंट प्रोफेसर के खिलाफ सेक्सुअल हरेसमेंट केस दर्ज है, उसने इस बारे में बात करने से इंकार कर दिया है और कहा है कि यूनिवर्सिटी ने उसे मीडिया के साथ बात करने की इजाजत नहीं दी है।