भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस पर जमकर हमला किया। सोरोस ने भविष्यवाणी की थी कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिजनेस टाइकून गौतम अडानी के संकट से कमजोर होंगे।”

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस पर भारतीयों से एकजुट होकर भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में हस्तक्षेप करने की कोशिश करने वाली विदेशी शक्तियों का जवाब देने का आह्वान किया। ईरानी ने कहा कि “सोरोस की टिप्पणी भारत पर हमला है।”

स्मृति ईरानी ने कहा कि “आज, एक नागरिक के रूप में मैं प्रत्येक व्यक्ति, संगठन और समाज से इस व्यक्ति के इरादे की निंदा करने का आह्वान करती हूं, जो अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए हमारे लोकतांत्रिक हितों को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है |आज जब भारत को अमेरिका के राष्‍ट्रपति, फ्रांस के राष्‍ट्रपति और इंग्‍लैंड के प्रधानमंत्री आभार प्रकट करते हैं कि उनके देशों में भारतीयों की वजह से आज आर्थिक संबंध और भी मजबूत हो रहे हैं। आज जब भारत विश्‍व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था बनकर उभर रहा है, तब हिंदुस्‍तान के लोकतांत्रिक ढांचे में हस्‍तक्षेप करने वाले जॉर्ज सोरोस को हम एकसुर में जवाब दें।”

ईरानी ने कहा कि “जॉर्ज सोरोस का ऐलान कि वो हिंदुस्तान में मोदी को झुका देंगे, हिंदुस्तान में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गयी सरकार को ध्वस्त करेंगे ,उसका मुंहतोड़ जवाब हर हिंदुस्तानी को देना चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने ऐलान किया है कि वो प्रधानमंत्री मोदी को अपने वार का मुख्य बिंदु बनाएंगे। उन्होंने ऐलान किया है कि वो हिंदुस्तान में अपनी विदेशी ताकत के अंतर्गत एक ऐसी व्यवस्था बनाएंगे जो हिंदुस्तान नहीं, बल्कि उनके हितों का संरक्षण करेगी। विदेशी धरती से भारतीय लोकतांत्रिक ढांचे को हिलाने की कोशिश की जा रही है। उन्‍होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने इंग्लैंड के बैंक को तोड़ दिया, एक व्यक्ति जिसे आर्थिक युद्ध अपराधी के रूप में नामित किया गया है, उसने अब भारतीय लोकतंत्र को तोड़ने का ऐलान किया है। कई देशों के खिलाफ दांव लगाने वाले जॉर्ज सोरोस ने अब भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में अपने गलत इरादे जाहिर कर दिए हैं। आज देश की जनता को एक नागरिक होने के नाते अह्वान करना चाहिए और इस विदेशी को जवाब देना चाहिए।”

आपको बता दें, सोरोस ने गुरुवार को कहा था कि “अडानी के औद्योगिक साम्राज्य में धोखाधड़ी और स्टॉक हेरफेर के आरोपों पर पीएम मोदी को विदेशी निवेशकों और संसद के सवालों का जवाब देना होगा।

अडानी समूह के शेयरों में तब गिरावट आई जब अमेरिका की एक रिसर्च कंपनी हिंडनबर्ग ने अडानी समूह की कंपनियों पर स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट जारी की थी। 2023 म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में भाषण देते हुए, जॉर्ज सोरोस ने कहा था कि “पीएम मोदी इस मामले पर चुप हैं।”