TRAI directed to improve telecom services: ट्राई ने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स को तत्काल प्रभाव से सर्विस क्वालिटी को इंप्रूव करने का आदेश दिया है। साथ ही टेलीकॉम कंपनियों को यह भी निर्देश दिया है कि कंज्यूमर्स को अनवांटेड कॉल्स से निजात पाने के लिए भी कठोर कदम उठाए जाएं। ट्राई ने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स को क्वालिटी सर्विस और अनवांटेड कमर्शियल कम्युनिकेशन से संबंधित मुद्दों पर रिव्यू के लिए मीटिंग की है। ट्राई ने साफ कहा कि कॉल म्यूटिंग और कॉल के समय आवाज न आने की समस्या से तत्काल प्रभाव से निजात मिलना चाहिए।

ट्राई ने एक बयान में कहा कि टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स को कॉल म्यूटिंग और वन-वे स्पीच के इशू का विश्लेषण करने और प्राथमिकता के आधार पर इंप्रूवमेंट करने के लिए कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। पांचवीं पीढ़ी के मोबाइल सिस्टम (5जी) नेटवर्क को शुरू करते हुए ट्राई ने कहा कि टीएसपी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मौजूदा दूरसंचार सेवाओं की सेवा की गुणवत्ता (क्यूओएस) में कम से कम गड़बड़ी या गिरावट हो। सर्विस प्रोवाइडर्स को यह बताया गया है कि ट्राई लांग ड्यूरेशन नेटवर्क आउटेज की घटनाओं की बारीकी से निगरानी कर रहा है। ऐसी आउटेज सर्विसेस की वजह से क्वालिटी और कंज्यूमर्स के अनुभव को प्रभावित कर रहा है। ट्राई ने बताया कि सर्विस प्रोवाइडर्स को किसी भी जिले या राज्य में इस तरह के आउटेज की सूचना देने को कहा गया है। अगर जरूरी हुआ तो इस बाबत रेगुलेशन लाया जाएगा।

सभी कंपनियां खुद भी करें मॉनिटरिंग

ट्राई ने सभी सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को यह निर्देश दिया है कि 5जी सर्विस के लिए 24X7 और 360-डिग्री के आधार पर इंटरनल मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित किया जाए। मीटिंग के दौरान मानक के अनुसार नेटवर्क सुविधाओं, क्यूओएस निगरानी और प्रबंधन के लिए एआई या मशीन लर्निंग (एमएल) टेक्निक्स को अपनाने का भी सुझाव दिया गया। कुछ टेलीमार्केटर्स द्वारा प्रमुख संस्थाओं (पीई) के हेडर और संदेश टेम्प्लेट के दुरुपयोग को रोकने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। रजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स या 10 अंकों की संख्या से अनवांटेड कॉल को कम करने और उन्हें प्रबंधन व निगरानी के लिए डिस्ट्रिब्यूशन लेजर टेक्नोलॉजी (डीएलटी) प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए कहा गया है।