UPSC IAS Prelims Exam 2021 : पंजाब में लुधियाना के एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज में रविवार को यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा देने पहुंचे अभ्यर्थियों ने जमकर हंगामा किया। परीक्षा केंद्र पर यूपीएससी अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों ने एग्जाम सेंटर को रद्द करने की मांग की। उन्होंने स्कूल प्रशासन पर देरी से एंट्री देने का आरोप लगाया। लुधियाना के 20 परीक्षा केंद्रों पर 6,590 अभ्यर्थी पंजीकृत थे जिसमें से 5,622 ने परीक्षा दी। परीक्षा का आयोजन दो शिफ्टों सुबह 9.30 से 11.30 बजे तक और दोपहर 2.30 बजे से 4.30 बजे तक हुआ।

अपने बच्चों को परीक्षा दिलाने पहुंचे अभिभावकों की सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) जगदीप सहगल से कहा-सुनी। खराब प्रबंधन को लेकर अभ्यर्थियों और अभिभावकों ने नारेबाजी भी की। एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज में सुबह की शिफ्ट में करीब 520 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी।

जालंधर से एक अभ्यर्थी के पिता प्रदीप कुमार ने कहा, ‘स्कूल वालों को परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले गेट खोलने चाहिए थे। लेकिन परीक्षा के आयोजन को लेकर स्कूल प्रशासन के इंतजाम पूरे नहीं थे, वे उन्हें पूरे करने में लगे रहे। आखिर में स्कूल वालों ने परक्षार्थियों को 9.13 बजे एंट्री दी। परीक्षा 9.30 बजे शुरू होनी थी। किसी भी परीक्षार्थी को अपने एग्जाम हॉल में सेटल डाउन होने में 15 मिनट लगते हैं। देरी से प्रवेश मिलने की वजह से हमारे बच्चों को काफी मानसिक परेशानी उठानी पड़ी।’

कुमार ने कहा कि कॉलेज के भीतर कई तरह की विंग बनी हुई है। इसमें किस परीक्षार्थी का रोल नंबर किस विंग में अलॉट किया गया है, इसे तलाशने में भी काफी परेशानी हुई और समय लगा। गेट पर कोई सिटिंग प्लान नहीं था और न ही कोई रोल नंबर शीट थी।

हरियाणा के सिरसा से आए एक अन्य परीक्षार्थी के पिता अश्वनी कुमार ने कहा कि यूपीएससी को इस परीक्षा केंद्र को फौरन रद्द करने देना चाहिए। इसे ब्लैक लिस्ट करना चाहिए।

अश्वनी कुमार ने कहा, ‘परीक्षार्थी को ओएमआर शीट भरने में 15 मिनट लगते हैं। परीक्षार्थियों को एंट्री ही सवा 9 बजे मिली। उन्हें सेटल डाउन होने में समय लगा। इस तरह उन्होंने ओएमआर शीट भरने के लिए दिया जाने वाला 15 मिनट का एस्स्ट्रा टाइम गंवा दिया। अन्य सभी केंद्रों पर एंट्री 8.30 बजे से 9.00 के बीच दे दी गई थी।’

एसडीएम जगदीप ने कहा कि परीक्षार्थियों की तलाशी नहीं ली गई और उन्हें सीधा एग्जाम हॉल में भेज दिया गया। इससे पेपर समय पर शुरू हो गया था।

इस बीच गुस्साए लोगों ने वहां निरीक्षण के पहुंचे लुधियाना डिप्टी कमिश्नर वरिंदर कुमार शर्मा की गाड़ी रोकी। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि अभिभावक चाहते थे कि उन्हें परीक्षा केंद्र के भीतर के ग्राउंड में बैठने की अनुमति दी जाए। लेकिन जब उनकी मांग ठुकरा दी गई तो वे जबरदस्ती इसका मुद्दा बनाने लगे। अधिकारियों ने परीक्षा में पूरे प्रोटोकॉल का पालन किया।

जब उनसे यह पूछा गया कि परीक्षार्थियों की तलाशी क्यों नहीं ली गई तो उन्होंने कहा कि परीक्षा केंद्र में जैमर लगे हैं, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता।