विधायक शकुंतला खटीक

मंदसौर में किसान आंदोलन को लेकर राजनीतिक गरमा गई है। अब मंदसौर में किसान आंदोलन और हिंसा के बीच कांग्रेस की एक महिला विधायक की भड़काऊ टिप्पणी वाला वीडियो सामने आया है। मध्य प्रदेश में किसानों के आंदोलन बीच उन्हें हिंसा और आगजनी के लिए भड़काते कुछ कांग्रेस नेताओं का वीडियो भी सामने आया है। किसान आंदोलन के समर्थन में शिवपुरी में जिला और ब्लॉक कांग्रेस के प्रदर्शन के बीच कांग्रेस विधायक शकुंतला खटीक पुलिस अधिकारियों से उलझ गईं। वहीं कांग्रेस नेता और रतलाम जिला परिषद के उपाध्यक्ष डीपी धाकड़ भी एक वीडियो में किसानों को हिंसा के लिए भड़काते दिख रहे हैं। पुलिस ने इस संबंध में धाकड़ के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। धाकड़ फिलहाल फरार हैं।

पुलिस से बहस के बीच शकुंतला ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भड़काते हुए कहा, ‘थाने में आग लगा दो।’ इस वीडियो के सामने आने के बाद बीजेपी अपने दावे को सही बता रही है. बता दें कि बीजेपी ने मंदसौर हिंसा के बीच कांग्रेस को दोषी ठहराया है।’

दरअसल, जिला बंद की कोशिश के दौरान करैरा में कांग्रेस विधायक शकुंतला खटीक की पुलिस से झड़प हो गई थी। विधयाक ने सीएम शिवराज का पुतला जलाने की कोशिश की जिसे पुलिस ने फायर बिग्रेड से पानी डलवाकर रोक दिया। ऐसा होने पर विधायक भीग गईं। इसके बाद उनका पारा चढ़ गया। उन्होंने न सिर्फ आईपीएस अनुराग सुजानिया को खरी-खोटी सुनाई बल्कि टीआई करैरा संजीव तिवारी के साथ अभद्रतापूर्वक व्यवहार किया। शिवपुरी में कांग्रेस बंद को समर्थन भी नहीं मिला। शहर में जहां एक तरफ कांग्रेसी सुबह 10:30 बजे बाजार बंद कराने के लिए सड़कों पर निकले, उन्हें देखकर दुकानदारों ने 30 मिनट के लिए अपनी दुकानों की शटर गिरा दी, लेकिन उनके जाते ही कोर्ट रोड मुख्य बाजार सुबह 11 बजे ही पूरी तरह से खुल गया।

इस वीडियो में धाकड़ किसानों से कह रहे हैं, ‘अगर एक भी गाड़ी आ जाए, तो उनमें आग लगा देना.. हम देख लेंगे। कोई भी किंतु, परंतु, थाना-पुलिस कोई डरने की जरूरत नहीं है। कल तक मेरी गिरफ्तारी हो जाएगी, तो फिर ये आप सब लोगों की जवाबदारी है।’

धाकड़ के इस भड़काऊ भाषण का नतीजा ये हुआ कि रतलाम के ढेलनपुर गांव में शनिवार को इनके समर्थकों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जिसमें पुलिस की भी तीन गाड़ियां शामिल थीं। इस दौरान हुए पथराव में दो पुलिसवाले भी घायल हुए थे।

आपको ध्यान दिला दें कि एक दिन पहले कांग्रेस के राऊ से विधायक और AICC के सचिव जीतू पटवारी का भी वीडियो सामने आया था, जिसमें पटवारी गाली देते हुए भीड़ को उकसाते दिख रहे थे। हालांकि पटवारी का कहना है कि उनका मकसद लोगों को रोकना था। पुलिस लोगों पर लाठियां बरसा रही थी, ऐसे में लोगों को शांत करने के लिए मैंने ऐसा किया।

बता दें कि मध्य प्रदेश के मंदसौर में मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों के उग्र होने पर पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी थी, जिसमें छह किसानों की जान चली गई। इस फायरिंग में पांच किसानों की उसी दिन मौत हो गई, जबकि एक अन्य किसान ने शुक्रवार को अस्पताल में दम तोड़ दिया।

जिस समय भीड़ पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रही थी, उस वक्त आक्रोशित भीड़ को और उग्र करने का काम करैरा विधायक ने किया। विधायक ने भीड़ से कहा कि थाने में आग लगा दो। हालांकि उनकी बात को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गंभीरता से नहीं लिया। यदि ऐसा होता तो करैरा भी मंदसौर बन जाता।