कोर्स

दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले या फिर इस बार आवेदन करने वाले स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है। दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टू़डेंट्स अब नये स्किल्स सीखने और रिज्यूम को मजबूत करने के लिए अपने रेगुलर कोर्स के साथ-साथ शॉर्ट टर्म कोर्स भी कर सकते हैं। ये शॉर्ट टर्म कोर्स डीयू के कई कॉलेज में उपलब्ध हैं, जहां रेगुलर क्लास खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स शॉर्ट टर्म कोर्सों की क्लास कर सकते हैं।

खास बात ये है कि ये शॉर्ट टर्म कोर्स 2-3 सप्ताह से लेकर 6 महीने तक में उपलब्ध हैं और शॉर्ट टर्म पाठ्यक्रमों को ज्यादातर इन शॉर्ट टर्म पाठ्यक्रमों में से ज्यादातर इंडस्ट्री की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार किए गए हैं। इस तरह के कोर्स के लिए किसी तरह का रोक-टोक नहीं है। स्टूडेंट्स ग्रेजुएशन में रहते हुए भी इस तरह के कोर्सेस को कर सकते हैं। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के तहत गैर-कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड नॉर्थ कैम्पस में अपने मुख्य केंद्र पर छात्रों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेगा।

एनसीडब्ल्यूईबी के कार्यवाहक निदेशक अंजू गुप्ता ने कहा कि 6 नए वोकेशनल पाठ्यक्रमों के साथ, डीयू स्टूडेंट्स को रोजगार ढूंढने और उनके अंदर के कौशल को डेवलप करने में आवश्यक कदम उठा रहा है।

जेसस एंड मेरी कॉलेज के कोर्स कॉर्डिनेटर सुनीता नरेन ने कहा कि जेसस एंड मेरी कॉलेज में कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन एंड पीआर एंड फाइनेंशियल मैनेजमेंट सहित अन्य दो पाठ्यक्रम में पिछले दस सालों से शॉर्ट टर्म पाठ्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन शॉर्ट टर्म कोर्सेस के उद्देश्य स्टूडेंट्स के उनकी रूची के मुताबिक उनकी कौशल का विकास करना है।

वहीं, देशबंधु कॉलेज भी सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग में शॉर्ट टर्म कोर्स की सुविधा देता है। डीयू के अधिकतर कॉलेज फॉरेन लैंग्वेज कोर्स की भी सुविधा देता है, ताकि उच्च शिक्षा के लिए अप्लाई करने में स्टूडेंट्स को मदद मिल सके। इसके साथ ही जो ट्रांसलेटर और टूरिस्ट गाइड बनना चाहते हैं, उनके लिए भी यहां शॉर्ट टर्म कोर्सेस मौजूद हैं।