ईवीएम

कुछ राजनीति पार्टियों की ओर से EVM हैकिंग पर उठाए गए सवालों पर विराम लगाने के लिए चुनाव आयोग जल्द ही सर्वदलीय बैठक बुला सकता है। पिछले महीने हुए पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद से ही कुछ राजनीतिक पार्टियों ने चुनाव के बाद ईवीएम हैकिंग का मुद्दा उठाया था।

इस संबंध में मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जैदी ने शनिवार को कहा कि निर्वाचन आयोग यह समझाने और आश्वस्त करने के लिए सभी दलों की जल्द बैठक बुला सकता है। जैदी ने कहा कि हमारी ईवीएम पूरी तरह से सुरक्षित है, इसकी हैकिंग नहीं की जा सकती है।

उन्होंने ये भी कहा कि निर्वाचन आयोग अधिक पारदर्शिता और निर्वाचन प्रक्रिया में मतदाताओं का भरोसा बहाल करने के लिए EVM के साथ वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रैल (वीवीपीएटी) इकाइयां लगाने का इरादा रखता है। EVM हैकिंग पर सवालों के जवाब दे रहे जैदी ने कहा कि EVM हैकिंग की खबर गलत है। ईवीएम को हैक करना संभव ही नहीं हैं।

आपको बता दें कि सभी ईवीएम में VVPAT मशीन लगाने के लिए आने वाले खर्च को स्वीकृति दिया गया है। वीवीपीएटी ऐसी मशीन होती है जिससे वोटिंग के बाद एक पर्ची निकलती हैं, जिसमें आपने ने किस पार्टी को वोट दिया है इसकी जानकारी रहती है। सरकार ने इस महीने के प्रारंभ में निर्वाचन आयोग द्वारा मांगी गई 16.15 लाख वीवीपीएटी खरीदने के लिए 3,173.47 करोड़ रुपये की धनराशि मंजूर की थी।

ईवीएम हैकिंग को लेकर आज ही यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि जब पेट्रोल पंप पर चिप लगाकर पेट्रोल की चोरी की जा सकती है, तो बिना इंटरनेट के ईवीएम की हैकिंग भी हो सकती है। इससे पहले दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल कई बार ईवीएम पर सवाल उठा चुके हैं।