केनबारा, 21 अप्रैल 2021

पिछले साल से ही आस्ट्रेलिया और चीन के बीच तेज हुई तनातनी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। यही नहीं चीन ने अपने बड़े बाजार से बाहर करने का डर दिखाकर आस्ट्रेलिया को काबू करने की कोशिश की लेकिन आस्ट्रेलिया ने चीन के सामने झुकने से इनकार करते हुए अपने राष्ट्रीय स्वाभिमान को ऊपर रखा। पिछले दिनों ही क्वाड की बैठक में शामिल होने के बाद अब आस्ट्रेलिया ने चीन की महत्वाकांक्षी बेल्ड एंड रोड इनीशिएटिव (बीआरआई) परियोजना को अपने देश से बाहर करने का फैसला किया है।

बुधवार को आस्ट्रेलिया की केंद्रीय सरकार ने राज्य सरकार द्वारा चीन के बीआरआई परियोजना में शामिल होने की डील को रद्द कर दिया है। आस्ट्रेलिया ने इस सौदे को रद्द करने की वजह देश की विदेश नीति के विपरीत होना बताया है।

आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री ने मारिस पेन ने विक्टोरिया राज्य और चीन के बीच 2018 में हुए सौदे को रद्द करने के लिए नई शक्तियों का इस्तेमाल किया है। विदेश मंत्री ने कहा कि यह व्यवस्था आस्ट्रेलिया की विदेश नीति के साथ असंगत या फिर हमारे विदेशी संबंधों के प्रतिकूल थी।

पिछले साल से बिगड़ने लगे थे रिश्ते

आस्ट्रेलिया और चीन के संबंध पिछले साल कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के समय ही बिगड़ने लगे थे जब आस्ट्रेलिया ने चीन पर वायरस के बारे में जानकारी छिपाने का आरोप लगाया था। आस्ट्रेलिया यही नहीं रुका उसने संयुक्त राष्ट्र के द्वारा चीन के खिलाफ जांच की मांग भी कर डाली। ये तब था जब आस्ट्रेलिया और चीन के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत थे। आस्ट्रेलिया को सबक सिखाने के लिए चीन ने आस्ट्रेलिया से गेहूं के आयात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया लेकिन आस्ट्रेलिया को झुका नहीं सका। इस बीच आस्ट्रेलिया ने चीन को देश में 5जी टेक्नोलॉजी स्थापित करने की दौड़ से बाहर कर दिया था।

बाद में आस्ट्रेलिया, भारत, अमेरिका और जापान ने क्वाड को लेकर सक्रियता दिखाई और चारों देशों के राष्ट्राध्यक्ष पहली बार वर्चुअल सम्मेलन में मिले। क्वॉड की बैठक से चीन चिढ़ा हुआ था लेकिन कुछ कर न सका और अब आस्ट्रेलिया ने उसे एक और झटका देते हुए बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव से खुद को बाहर कर लिया है।