पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा को गिलगित-बाल्टिस्तान से जोड़ने वाले रास्ते को आतंकवादियों ने ब्लॉक कर दिया है, जहां सीनियर मंत्री और कई पर्यटक फंसे हुए हैं। दहशतगर्द जेल में बंद अपने साथियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर साझा की गई वॉयस क्लिप में मंत्री अबैदुल्ला बेग को यह कहते सुना जा सकता है कि वह इस्लामाबाद से गिलगित जा रहे थे, तभी आतंकियों ने नाकेबंदी कर दी।

रिपोर्ट के मुताबिक मोस्ट वांटेड आतंकवादी कमांडर हबीबुर रहमान और उसके साथियों ने शुक्रवार को शाम करीब 4 बजे डायमेर के चिलास के ठाक गांव में सड़क जाम कर दिया, जिससे दोनों तरफ के यात्री फंस गए। रहमान पर नंगा पर्वत में 10 विदेशियों की हत्या का आरोप है। ये दहशतगर्द इन विदेशियों की हत्या और डायमेर में अन्य आतंकवादी घटनाओं में शामिल लोगों की रिहाई की मांग कर रहे हैं।

उग्रवादियों के साथ बातचीत का सिलसिला जारी
सूत्रों ने कहा कि जिले के राजनीतिक नेता और अधिकारी उग्रवादियों के साथ बातचीत में लगे हुए हैं। पुलिस की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। मंत्री का एक ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। इसमें एक व्यक्ति को यह कहते हुए सुना गया कि कमांडरों के साथ बातचीत चल रही है, जिनकी दो बुनियादी मांगें हैं।

‘PAK की यात्रा करने से बचें अमेरिकी’
यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब अमेरिका ने अपने नागरिकों को आतंकवाद और सांप्रदायिक हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर पाकिस्तान की यात्रा की न करने की सवाल दी है। यूएस के विदेश मंत्रालय ने यात्रा परामर्श में अपने नागरिकों से आतंकवाद और अपहरण की घटनाओं के कारण बलूचिस्तान व पूर्व संघ शासित कबायली क्षेत्र (एफएटीए) समेत खैबर पख्तूनख्वा (केपीके) प्रांत की यात्रा नहीं करने की अपील की। अमेरिका ने ‘स्तर-तीन’ का परामर्श जारी करते हुए कहा है, ‘आतंकवाद और सांप्रदायिक हिंसा के कारण पाकिस्तान की यात्रा पर पुनर्विचार करें। कुछ इलाकों में खतरा बढ़ गया है।’