वजन घटाने का मतलब केवल एकस्रसाइज या किसी स्पेशल डाइट को फॉलो करना नहीं होता, बल्कि यह संपूर्ण जीवनशैली में बदलाव करने और कुछ अच्छी आदतों का पालन करने से जुड़ा है। दिलचस्प बात ये है कि वजन घटाना इस बात पर पूरी तरह से निर्भर करता है कि आप अपना खाना कैसे खाते हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, खाने के दौरान फर्श पर क्रॉस लैग करके बैठना आपके भोजन करने को बेहतर ढंग से पचाने में मदद कर सकता है। इतना ही नहीं, जो लोग क्रॉस लैग यानि आलती-पालती मारते हुए बैठकर खाना खाते हैं, उनका वजन भी तेजी से कम होने लगता है। खाने के दौरान इस मुद्रा में बैठने को सुखासन कहते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, खाने के लिए यह बहुत अच्छा पोज है।

​भोजन को पचाने और अवशोषित के लिए फायदेमंद है सुखासन

सुखासन या क्रॉस लैग सीटेड पोज आपके भोजन करने के दौरान बहुत अच्छा माना जाता है। योग और फिटनेस एक्सपर्ट जूही कपूर के अनुसार, यह भोजन को बहुत तेजी से पचाने , पोषक तत्वों को बहेतर ढंग से अवशोषित करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में मदद करेगा।

वह कहती हैं कि स़ुखासन मुद्रा एक गेम चेंजर है। इस मुद्रा में बैठने से आप सामान्य तौर पर कम खाएंगे , जिससे कैलोरी में कमी आएगी। इसके अलावा इस मुद्रा में बैठकर भोजन करने से आपका ध्यान इस बात पर रहता है कि आप क्या और कैसे खा रहे हैं। यह फोकस आपको अधिक खाने की आदत को नियंत्रित करने में मदद करेगा।

  1. सुखासन मुद्रा में बैठने के लिए अपने पैरों को बारी-बारी क्रॉस करते हुए घुटनों से अंदर की तरफ मोड़ें।
  2. घुटने बाहर की तरफ हों । कुल मिलाकर पालथी मारकर बैठ जाएं। इस दौरान कोशिश करें, कि घुटने जमीन को टच करें। इस वक्त आपकी पिंडलियां भी क्रॉस होकर जांघों के नीचे होंगी।
  3. आप चाहें, तो अब अपनी हथेलियों को अपनी गोद में या फिर घुटनों पर रख सकते हैं।
  4. फर्श पर बैठकर भोजन करते समय हर दिन पैर का क्रॉस बदलें। तब भी जब आप डाइनिंग टेबल पर बैठे हों।

कई लोगों को इस मुद्रा में बैठने से परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। जिसमें पीठ दर्द, घुटने में गठिया, रीढ़ की हड्डी की समस्या और साइटिका शामिल है। जूही कपूर कहती हैं कि यदि आप सुखासन करने फर्श पर नहीं बैठ सकते, तो आप सरल सिद्धासन में बैठ सकते हैं। खासतौर से स्लिप डिस्क की समस्या से जूझ रहे लोगों को सुखासन का विकल्प नहीं अपनाना चाहिए। तो जानते हैं कि क्या है सिद्धासन।

क्या है सिद्धासन

सिद्धासन ऋषि मुनिया, तपवस्यिों द्वारा ध्यान लगाने के लिए किया जाता है। इस आसन को करने से शरीर और मन दोनों को बहुत फायदा होता है। योग विज्ञान के अनुसार, ध्यान लगाने के लिए यह आसन बहुत शक्तिशाली है।