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पुंछः शहीद जवान औरंगजेब का पार्थिव शरीर आज उनके गांव मेंढर पहुंचा। जवान को अंतिम विदाई देने के लिए भारी भीड़ पहुंची। लोगों ने औरंगजेब की शहादत को सलाम किया। शहीद जवान के पार्थिव को हेलिकॉप्टर से गांव लाया गया। ईद के इस त्योहार पर औरंगजेब के गांव में मातम पसरा हुआ है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जवान के गांव में किसी घर में ईद का त्योहार नहीं मनाया जा रहा है और न ही किसी ने एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। बेटे की शहादत पर दुखी पिता मोहम्मद हनीफ ने कहा कि मेरा एक बेटा शहीद हो गया लेकिन बड़ा बेटा फौज में है, हम सब कुर्बान हो जाएंगे। मोहम्मद हनीफ ने कहा कि फौजी या तो मारता है या मरता है लेकिन मेरी लोगों से गुजारिश है कि वो अपने बच्चों को सेना में भेजना बंद न करें।

बता दें कि 14 जून की सुबह औरंगजेब ईद मनाने के लिए राजौरी स्थित अपने गांव जा रहा था। इसी दौरान पुलवामा से आतंकियों ने जवान का अपहरण कर लिया। उसी शाम को शहीद जवान का शव कालम्पोरा से करीब 10 किलोमीटर दूर गुस्सु नाम के एक गांव में बरामद किया गया। जवान के सिर और गर्दन पर गोलियां मारी गई थीं। आतंकियों ने औरंगजेब की हत्या से पहले का एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें वो जवान से पूछताछ कर रहे हैं। 24 वर्षीय औरंगजेब लाइट इन्फेंटरी के शोपियां में शादीमार्ग स्थित 44 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे। उनके पिता भी सेना में थे जो अब रिटारमेंट के बाद गांव में रह रहे हैं।