जरीन स्माइल

नागपुर : गोमांस को लेकर देश में हिंसा नहीं रुक रही है। ताजा मामला महाराष्ट्र के नागपुर का है, जहां स्कूटर की डिग्गी में कथित गोमांस ले जाने के शक में भीड़ ने एक शख्स को पीट-पीटकर घायल कर दिया। पुलिस ने बरामद मांस को जांच के लिए भेज दिया है। इस मामले में पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस केस में पीड़ित ने खुलासा किया है कि वह बीजेपी का कार्यकर्ता है।

मामला नागपुर के भारसिंगी गांव का है। सलीम इस्माइल शाह नाम के एक शख्स आरोप है कि वह स्कूटी की डिक्की में गोमांस रखकर ले जा रहा था। भारसिंगी बस स्टॉप के पास लोगों ने अचानक इसे घेर लिया और बीच सडक में बुरी तरह पीटने लगे। जिसके बाद इस्माइल को अस्ताल में भर्ती कराया गया है।

इस्माइल का कहना है, ‘’मैं चना-कपास का काम करता हूं। इससे पहले मैं ओरियंटल का काम करता था। वो कंपनी बंद हो गई तो अब मैं चना कपास का काम करके अपनो बच्चों को पालता हूं। मैं बीजेपी के अंदर करीब 12 साल से काम कर रहा हूं। मैं पार्टी में अल्पसंख्यक सेल का अध्यक्ष था और अभी काटोलतालूका में महामंत्री हूं। स्कूटी में गोमांस नहीं था वो मटन था।’’

पीड़ित की पत्नी जरीन स्माइल ने कहा है,‘’उनको बहुत तकलीफ हो रही है। लोगों ने उन्हें बहुत मारा है। मेरे पति पर गलत तरह का आरोप लगाया गया है। वह मस्जिद की कमेटी के एक कार्यक्रम के लिए मटन ले जा रहे थे। हमारा मांस का कोई कारोबार नहीं है।’’ उन्होंने कहा है आऱोपियों को सजा मिलनी चाहिए।

सलीम इस्माइल चिल्लाता रहा है कि उसके पास गोमांस नहीं है। एक शख्स ने तो जमीन पर पड़े इस्माइल के ऊपर स्कूटी ही फेंक दी। जिसके बाद वो बेहोश हो गया। पुलिस ने एक्टिवा की डिक्की जब्त मांस को जांच के लिए लैबोरेटरी भेज दिया है।

इसी तरह की वारदातों के सामने आने के बाद पीएम मोदी ने कथित गोरक्षकों को चेतावनी दी थी। पीएम मोदी ने कुछ दिनों पहले गुजरात दौरे पर गोरक्षकों को नसीहत देते हुए कहा था कि गाय के लिए किसी इंसान की जान ले लेना गोरक्षा नहीं है। पीएम ने कहा था कि किसी गोरक्षक को कानून को हाथ में लेने का हक नहीं है। कानून अपना काम करेगा।”

नागपुर की ये घटना बता रही हैं कि पीएम मोदी की चेतावनी का ऐसे कथित गोरक्षकों पर कोई असर नहीं हुआ। इस मामले में चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। जिसमें से आज सुबह पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।