कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आज यानी बुधवार को लखीमपुर खीरी जाएगा। पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इसकी अनुमति देने का आग्रह किया गया है। हालांकि, योगी आदित्यनाथ सरकार ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाले कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को लखीमपुर खीरी इलाके का दौरा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। हिंसा के बाद से ही लखीमपुरी खीरी में धारा 144 लागू है। इससे पहले कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल को क्षेत्र का दौरा करने की अनुमति मांगी थी। माना जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ भूपेश बघेल, सचिन पायलट और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी होंगे।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी आज यानी बुधवार को लखनऊ और फिर लखीमपुर खीरी जाना चाहते हैं, ताकि वह हिंसा में मारे गए किसानों के परिवारों से मुलाकात कर संवेदना प्रकट सकें। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजा था, जिसमें कहा गया कि राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल छह अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जाएगा। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहा है कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश के कई राजनीतिक दलों और पश्चिम बंगाल के एक प्रमुख दल (तृणमूल कांग्रेस) के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की अनुमति दी है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं को अनुमति नहीं दी जा रही है। वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल को भी दौरा करने की अनुमति दी जाए। मगर योगी सरकार ने अनुमति नहीं दी है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राहुल गांधी कल यूपी के लिए रवाना होने से पहले राजधानी दिल्ली में सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इधर, नवजोत सिंह सिद्धू ने भी ऐलान किया है कि अगर आज किसानों की नृशंस हत्या के पीछे केंद्रीय मंत्री के बेटे को गिरफ्तार नहीं किया जाता है तो पंजाब कांग्रेस लखीमपुर खीरी की ओर मार्च करेगा। गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के पैतृक गांव के दौरे के विरोध को लेकर भड़की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में मिश्रा के बेटे आशीष समेत कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

चिदंबरम ने प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी पर सवाल उठाया :
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी पर योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि उप्र में कानून का राज नहीं है। वहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कानून चलता है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा को हिरासत में लिए जाने से जुड़े तथ्य और हालात साबित करते है कि यूपी में कानून का राज नही है। उन्हें हिरासत में लेना और गिरफ्तारी पूरी तरह गैरकानूनी और सत्ता का दुरुपयोग है। चिदंबरम ने दावा किया कि प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी दंड प्रक्रिया संहिता के कई प्रावधानों का उल्लंघन है। कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी महिला को शाम के बाद और सूर्योदय से पहले गिरफ्तार नहीं किया जा सकता। जबकि प्रियंका गांधी को भोर साढे चार बजे गिरफ्तार किया गया। इसके साथ उन्हें एक पुरुष अधिकारी ने गिरफ्तार किया है।

राउत ने राहुल से की मुलाकात :
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। उन्होंने इस पूरे मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की भी कठघरे में खड़ा किया है। राहुल गांधी से मुलाकात के बाद संजय राउत ने कहा कि विपक्ष के संयुक्त प्रतिनिधिमंडल के लखीमपुर खीरी जाने के विषय पर चर्चा हुई है। इसके साथ उन्होंने प्रियंका गांधी वाड्रा की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रियंका की हिम्मत विपक्ष को ऊर्जा देती है। उन्होंने कहा कि अगर कानून सभी के लिए एक है, तो फिर प्रियंका गांधी वाड्रा जेल में क्यों है और मंत्री क्यों घूम रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस ने प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को लेकर सरकार को घेरा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि क्या अब कोई किसी पर होने वाले जुल्म के खिलाफ भी खड़ा नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री के लखनऊ कार्यक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि प्रधानमंत्री पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनके आसूं पोछते।