17 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया है। हालांकि पहले दिन संसद की कार्यवाही दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित कर दी गई थी। लेकिन आज संसद के दूसरे दिन सदन की शुरुआत से ही विपक्ष सरकार पर हमला करता नजर आया। जैसा कि उम्मीद थी कि संसद में हंगामे के पूरे आसार हैं वैसा ही हुआ।

राज्यसभा में मायावती ने राज्यसभा में सहारनपुर मामले का मुद्दा उठाया और केंद्र की मोदी सरकार और यूपी की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। मायावती ने कहा कि पूरे देश में जहां पर भी बीजेपी की सरकार है वहां पर दलितों पर अत्याचार हो रहा है। सहारनपुर की हिंसा साजिश की तहत की गई।

मायावती ने कहा कि मैं राज्यसभा से इस्तीफा दूंगी। मायावती ने सदन के बाहर कहा कि सहारनपुर में वह इजाजत लेने के बाद ही गई थी, पहले उन्होंने हेलिकॉप्टर से जाने की इजाजत मांगी लेकिन इजाजत नहीं दी गई थी। इसके बाद उन्हें सड़क से जाने के लिए कहा गया, वह वहां पर सड़क के रास्ते गई थी। हमें शब्बीरबुर जाने से रोका गया था।

उन्होंने कहा कि अगर मुझे यहां पर सवाल नहीं पूछने नहीं दिया जाएगा, तो वह इस्तीफा दे देंगी। इतना कहते ही मायावती सदन से बाहर चली गई। वहीं इसके बाद कांग्रेस ने भी मायावती के समर्थन में सदन से वॉकआउट किया। कांग्रेस के सभी सदस्यों ने भी मायावती के समर्थन में सदन से वॉकआउट किया।