दक्षिण भारत

मुश्किलों से जूझ रही कांग्रेस को मजबूत करने के लिए अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कमर कस ली है। इसके लिए राहुल गांधी अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के तौर तरीकों से अब कांग्रेस को जमीनी तौर पर मजबूती दिलानें में जुट गए हैं। इसके लिए राहुल गांधी 1 जून से हैदराबाद के नजदीक सांगारेड्डी में रैली करने वाले हैं।

साल 1977 में मिली हार के बाद कांग्रेस हार से काफी निराश थी। 1989 तक ये सिलसिला जारी रहा। पार्टी की हार के चलते कार्यकर्ता भी पूरी तरह से टूट चुके थे। इसके बाद इंदिरा गांधी ने फैसला किया था कि रायबेरली के साथ ही दक्षिण भारत में भी एक सीट का चुनाव किया जाए। ऐसे में इंदिरा ने सांगारेड्डी से इसकी शुरुआत की थी।

1989 के चुनाव में इंदिरा गांधी ने मेधार और रायबरेली दोनों जगह से लोकसभा का चुनाव लड़ा था। अब अपनी दादी के नक्से कदम पर चलते हुए राहुल गांधी झूझती कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के जद्दोजहद में लग गए हैं। इसके लिए अब राहुल सांगरेड्डी में रैली करने वाले हैं।

हाल ही में दक्षिण भारत में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने दौरा किया था। जिसके बाद अब राहुल भी यहां का दौरा करने वाले हैं। 1 तारीख को सांगारेड्डी के बाद राहुल 3 तारीख को डीएमके अध्यक्ष करुणानिधि के जन्मदिन के मौके पर चेन्नई में उनसे मुलाकात करेंगे। जहां लगभग पूरा विपक्ष मौजूद रहेगा। इसके बाद 4 तारीख को आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जे की मांग के लिए गुंटुर में रैली करेंगे।