स्मार्टफोन ब्रांड सैमसंग ने अपने कर्मचारियों के लिए चैटजीपीटी जैसे एआई टूल के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। यह बैन कर्मचारियों द्वारा प्लेटफॉर्म पर कंपनी का संवेदनशील कोड लीक का पता लगने के बाद लगाया गया है। इससे पहले ChatGPT को इटली में एक महीने तक बैन किया गया था।

इसलिए लगाया बैन?

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया कंपनी ने सोमवार को अपने सबसे बड़े डिवीजनों में से एक में कर्मचारियों को सूचित किया। डॉक्यूमेंट के अनुसार, कंपनी इस बात से चिंतित है कि गूगल बार्ड और बिंग सहित ऐसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म पर प्रेषित डाटा बाहरी सर्वर पर स्टोर हैं, जिससे इसे रिट्राइव करना और डिलीट करना मुश्किल हो जाता है और अन्य यूजर्स के लिए इसे उपलब्ध किया जा सकता है।

बैन करने के पीछे ये है कारण

कंपनी ने पिछले महीने आंतरिक रूप से एआई डिवाइस के उपयोग के बारे में एक सर्वे किया था और कहा था कि 65 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि ऐसी सेवाएं सुरक्षा जोखिम पैदा करती हैं। पहले अप्रैल में सैमसंग इंजीनियरों ने गलती से इंटरनल सोर्स कोड को चैटजीपीटी पर अपलोड करके लीक कर दिया था। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जानकारी में क्या शामिल था और सैमसंग ने फिलहाल इससे इनकार किया है।

सैमसंग कर्मचारियों को मिले ये निर्देश

सैमसंग ने कर्मचारियों से कहा, चैटजीपीटी जैसे जेनेरेटिव एआई प्लेटफॉर्म में रुचि आंतरिक और बाहरी रूप से बढ़ रही है। हालांकि यह रुचि इन प्लेटफार्मों की उपयोगिता और एफिशियंसी पर निर्भर करती है,लेकिन जनरेटिव एआई से सुरक्षा जोखिमों के बारे में चिंताएं भी बढ़ रही हैं।” रिपोर्ट के अनुसार, सैमसंग ने कंपनी के स्वामित्व वाले कंप्यूटर, टैबलेट और फोन के साथ-साथ इसके इंटरनल नेटवर्क पर जनरेटिव एआई सिस्टम के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है। यानी सैमसंग के डिवाइस इस्तेमाल करने वाले यूजर्स पर इसका असर नहीं पड़ेगा।

इटली ने भी लगाया था बैन

माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प-समर्थित ओपनएआई के चैटजीपीटी ChatGPT को मार्च के अंत में इटली में बैन किया गया था। हालांकि अब ChatGPT से इटली में बैन हटा दिया गया है। इटली के डाटा प्रोटेक्शन प्राधिकरण, जिसे Garante के नाम से भी जाना जाता है, ने सुरक्षा कारणों से चैटबॉट पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाया था और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एप के गोपनीयता नियमों के संदिग्ध उल्लंघन की जांच शुरू कर दी थी।

जिसके बाद प्राधिकरण ने देश में चैटबॉट को फिर से शुरू करने की अनुमति देने के लिए OpenAI को अपनी चिंताओं को दूर करने के लिए रविवार तक की समय सीमा दी थी। बैन हटने के बाद भी प्राधिकरण चैटजीपीटी की जांच जारी रखेगी।