Gurmeet Ram Rahim

डेरा सच्चा सौदा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह से जुड़े साध्वी यौन शोषण मामले में पंचकूला की सीबीआई अदालत में बहस पूरी होने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है। अदालत इसका फैसला 25 अगस्त को सुनाएगी। उस दिन राम रहीम को व्यक्तिगत रूप से सीबीआई कोर्ट में पेश होने के निर्देश दिए गए हैं। आज राम रहीम स्वास्थ्य कारणों से अदालत में पेश नहीं हो पाए थे।

आपको बता दें, सीबीआई अदालत द्वारा मामले में आज फैसला सुनाए जाने की संभावना थी। इसके मद्देनजर केंद्र, हरियाणा और पंजाब सरकारें अलर्ट हो गई थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय के उच्च अधिकारियों ने हरियाणा और पंजाब के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद दोनों राज्यों में हाई अलर्ट जारी कर दिया था।

केंद्रीय गृह सचिव के निर्देश पर हरियाणा और पंजाब के पुलिस महानिदेशक बृहस्पतिवार को उनके साथ बैठक करने के लिए दिल्ली पहुंचे। वहां बैठक के दौरान दोनों राज्यों की कानून-व्यवस्था की स्थिति पर विचार-विमर्श हुआ और फैसला आने की स्थिति में हालात बिगडऩे पर उससे निपटने की रणनीति बनाई गई। बैठक के दौरान पंजाब व हरियाणा ने केंद्र से पैरा मिल्ट्री फोर्स की कंपनियां मांगी।

क्या था मामला-
साल 2002 में बाबा गुरमीत राम रहीम पर साध्वियों के यौन शोषण के आरोप लगे थे। इसके बाद इसकी जांच हाईकोर्ट ने सीबीआई को सौंप दी थी। एक युवती ने राम रहीम पर यौन शौषण का आरोप लगाते हुए एक पत्र मीडिया, पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, पीएम के नाम जारी किया था।

इसके बाद हरियाणा और पंजाब में खूब बवाल मचा था। हाई कोर्ट ने संज्ञान लेते हुए 24 सितंबर 2002 को सीबीआई को इस पत्र के आधार पर जांच की पूरी जिम्मेदारी सौंपी थी। सीबीआई ने जांच को पूरा कर रिपोर्ट को जुलाई 2007 में स्पेशल कोर्ट को सौंप दिया था। सीबीआई की ओर से गवाही और बहस पूरी की जा चुकी है।

डेरा प्रमुख की ओर से अपने बचाव में दो युवतियों को गवाह के तौर पर पेश करने की अर्जी दी गई थी। इसे सीबीआई के वकील की बहस के बाद खारिज कर दिया गया था।

अब इस मामले में सुनवाई और बहस पूरी हो चुकी है। अब पंचकूला की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। अब अदालत इसका फैसला 25 अगस्त को सुनाएगी।