Amit Shah

भारतीय जनता पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने वरिष्ठ मंत्रियों की बैठक बुलाई और चुनाव के लिए कमर कस लेने का आदेश दिया। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक में अपने मंत्रियों के समक्ष 350 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।

इस बैठक में अमित शाह ने कहा, ‘150 लोक सभा सीटें ऐसी हैं, जहां बीजेपी हारी थी, वहां पर मेहनत करने के लिए अभी से जुट जाएं।’ इन सीटों को लेकर प्रजेंटेशन दिया गया है। कुल 31 नेता बैठक में शामिल हुए। अमित शान ने मंत्रियों से कहा कि ऐसी सीटों को चुनकर इन पर अगले दो साल मेहनत करनी होगी।

बैठक में केंद्र सरकार की योजनाओं की ग्राउंड रिपोर्ट की जानकारी भी मंत्रियों से ली गई है। बीजेपी मुख्यालय में हुई बैठक में कई मंत्री शामिल हुए हैं। इनमें अनंत कुमार, रविशंकर प्रसाद, नरेंद्र सिंह तोमर, जेपी नड्डा, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, मनोज सिन्हा, प्रकाश जावड़ेकर और अर्जुन मेघवाल शामिल हुए थे। अमित शाह ने इन सभी मंत्रियों और नेताओ से जानकारी ली कि केंद्र सरकार की उनके मंत्रालय संबंधी योजनाएं ज़मीन पर किस स्तर पर पहुंची हैं।

बैठक में प्रदेशों से भी कुछ वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया था। संगठन की ओर से मंत्रियों को कई ज़िम्मेदारियां दी गई थीं, जिनमें दलितों के घर भोजन शामिल था। इन सब कार्यक्रमों के बारे में भी जानकारियां ली गई हैं।

वहीं संगठन की ओर से बीजेपी महासचिवों में राम माधव, मुरलीधर राव, अनिल जैन, कैलाश विजयवर्गीय और अरुण सिंह और बीजेपी संगठन महामंत्री राम लाल, सह संगठनों महामंत्री वी सतीश, सौदान सिंह, शिव प्रकाश और संतोष कुमार को बैठक में बुलाया गया था। इनके साथ ही बीजेपी शासित राज्यों से भी कुछ वरिष्ठ नेताओं को बुलाया गया था।

बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दाहिना हाथ माना जाता है। इन दोनों ने बीजेपी को ऐसी ऊंचाई पर पहुंचाया है, जिसकी 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। पीएम मोदी ने उस चुनाव में उत्तर प्रदेश के प्रभारी के रूप में एनडीए को 73 सीटें दिलाने वाले अमित शाह को पूरे चुनाव का ‘मैन ऑफ द मैच’ बताया था।

अमित शाह के बीजेपी अध्यक्ष रहने के दौरान पार्टी का तेजी से विस्तार हुआ और इसने गोवा, मणिपुर तथा अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में बहुमत न होने के बावजूद राजनीतिक गुणाभाग से सत्ता हासिल की है। आज देश के 13 राज्यों में बीजेपी की सरकार है, वहीं 5 अन्य में वह सत्ताधारी गठबंधन का हिस्सा है।