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स्वीडन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वीडन में भारतीय समुदाय को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘स्वीडन में मेरे और मेरे डेलीगेशन के स्वागत-सत्कार के लिए यहां की जनता और सरकार का, विशेष रूप से स्वीडन के राजा और स्वीडन के प्रधानमंत्री श्रीमान लवेन का, मैं हृदय से आभार व्यक्त करना चाहता हूं.’

सरकार की उप​लब्धियां गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार न्यू इंडिया के लिए प्रतिबद्ध है। देश परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। मानवता भारत की स्वीकार्यता बढ़ी है। दुनिया आज भारत की और देख रही है। पीएम ने कहा कि भारत में रिफॉर्म नहीं, ट्रांसफॉर्मेशन हो रहे हैं और हम भारत को ट्रांसफॉर्म करके रहेंगे।प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय एथलीट मैरीकॉम और साइना की ओलंपिक खेलों में शानदार प्रदर्शन पर कहा कि इनकी कामयाबी पर भारत को गर्व है।

प्रधानमंत्री मोदी ने विश्व के साथ भारत के सहयोग पर जोर दिया और कहा, ‘विश्व के सभी देश आज हमें एक विश्वसनीय साथी के रूप में देख रहे हैं। नेपाल में भूकंप से लेकर श्रीलंका में बाढ़ तक भारत मदद के लिए आगे आया। इतना ही नहीं यमन में युद्ध की आग से 4000 भारतीयों के साथ-साथ 20 हजार विदेशी भी भारत ने निकाले। वैश्विक मुद्दों पर भी भारत सहयोगी राष्ट्र के रूप में खड़ा है और यही कारण है कि मानवता आज भारत की ओर देखती है।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों पर बीते वर्षों में काम किया है और ग्रीन अर्थ के उद्देश्य के साथ काम कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘तकनीकी क्षेत्र में पूरी दुनिया भारत का लोहा मानती है और हमरा स्पेस प्रोग्राम दुनिया के टॉप पांच स्पेस प्रोग्राम्स में से एक है। सैटलाइट प्रक्षेपण में हम दुनिया के उन देशों की भी सहायता कर रहे हैं जिनका अपना स्पेस प्रोग्राम नहीं है।’

पीएम मोदी ने सरकार की उपलब्धता को लेकर कहा, ‘भारत का सामान्य व्यक्ति भी सीधे सरकार से बात कर रहा है और सरकारी काम की जो तस्वीर आपके दिमाग में थी अब उसे बदला गया है। सरकारी दफ्तरों में फाइलें रोकने का काम खत्म करते हुए उन्हें निपटाया जा रहा है।’ पीएम ने कहा, ‘अब जैम (जेएएम) यानी कि जनधन का बैंक खाता, आधार से लिंकिंग और मोबाइल सिस्टम की मदद से लोगों का पैसा सीधे उनतक पहुंचाया जा रहा है। जैम की मदद से 83 हजार करोड़ रुपयों का गलत हाथों में जाने वाला धन बच गया है, ये पैसे देश के गरीबों के हैं।’