जेनेवा, 23 मार्च 2021

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में श्रीलंका को बड़ा झटका लगा है। परिषद ने श्रीलंका के खिलाफ मानवाधिकार के मुद्दे को लेकर प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। श्रीलंका लंबे समय से इस प्रस्ताव को लेकर अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने में लगा था लेकिन उसे सफलता नहीं मिल सकी।

श्रीलंका में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर पेश किए गए प्रस्ताव पर परिषद के 47 में से 22 देशों ने समर्थन में वोट दिया। 11 सदस्यों ने प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया।

भारत ने खुद को मतदान की प्रक्रिया से बाहर रखा। भारत के साथ ही 13 अन्य देशों ने भी खुद को वोटिंग से दूर रखा। चीन और पाकिस्तान ने श्रीलंका के समर्थन में वोट किया है।

श्रीलंका ने प्रस्ताव के मसौदे को “अनुचित, अन्यायपूर्ण और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर” के प्रासंगिक लेखों के उल्लंघन के रूप में बताया है। वहीं भारत ने आग्रह किया कि श्रीलंका सरकार सुलह की कुछ प्रक्रिया और तमिल समुदाय की आकांक्षाओं के बारे में विचार करना जारी रखे और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ रचनात्मक रूप से जुड़ने के लिए सुनिश्चित करें कि उसके सभी नागरिकों के मौलिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की पूरी तरह से रक्षा हो।