dawood ibrahim

वाशिंगटन, मुंबई के 1993 बम धमाकों का मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम लगातार अपनी मजबूती बढ़ा रहा है। उसकी डी- कंपनी का जाल कई देशों में फैल गया है। जॉर्ज मैसन यूनिर्विसटी के सेचार स्कूल ऑफ पॉलिसी में प्रोफेसर डॉ. लुईस शेली ने अमेरिकी सांसदों को बताया कि भारत से संबद्ध पाकिस्तान स्थित आपराधिक आतंकी समूह डी-कंपनी ने नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए कई देशों में पांव पसार लिए हैं और इसने एक शक्तिशाली संगठन का रूप ले लिया है।

तस्करी करता है यह संगठन 
शेली ने आतंकवाद और अवैध वित्त पोषण पर सदन की वित्तीय सेवाओं संबंधी समिति द्वारा आयोजित सुनवाई के दौरान कहा कि मैक्सिको के नशीले पदार्थों के संगठनों की तरह डी- कंपनी का जाल विभिन्न देशों में फैला है। वे हथियारों, नकली डीवीडी की तस्करी करते हैं और हवाला संचालकों की व्यापक व्यवस्था के जरिए वित्तीय सेवाएं मुहैया कराते हैं। डी- कंपनी का मुखिया भारत में भगोड़ करार दिया गया डॉन दाऊद इब्राहिम है।

कराची में दाऊद का डेरा 
अपराध के बड़े मामलों और मुंबई जैसे स्थानों पर आतंकवादी हमलों के मामलों में भारत में वांछित दाऊद का डेरा अब पाकिस्तान के कराची शहर में है। अमेरिकी और भारतीय अधिकारियों ने यह दावा किया है। हालांकि पाकिस्तानी अधिकारी अपने देश में दाऊद के होने से इनकार करते रहे हैं। दाऊद के खिलाफ भारत के अभियान को अमेरिका ने आखिरकार 2003 में माना। उस समय अमेरिका के राजकोष विभाग ने दाऊद को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जिसके तार अल- कायदा से जुड़े हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी उस पर प्रतिबंध लगा रखे हैं।