लखनऊ आने पर अमौसी हवाई अड्डे पर रोके गए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने योगी सरकार को तानाशाह बताते हुए कहा है कि इसके दिन गिनती के हैं। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में जो न्याय की मांग कर रहे हैं, उनकी गिरफ्तारी हो रही है और जो अपराधी हैं, वे आजाद घूम रहे हैं। दिल्ली से लखनऊ आने पर अमौसी हवाई अड्डे पर रोके गए बघेल वहां धरना दे रहे हैं। फोन के जरिए उन्होंने मीडिया को संबोधित किया।

बघेल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने उन्हें उत्तर प्रदेश का वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाने के बाद वह पहली बार लखनऊ आए हैं। उन्हें सीतापुर में निरुद्ध की गई प्रियंका वाड्रा से मिलने जाना था लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर उन्होंने कहा कि सीतापुर न सही, मुझे प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय जाने दीजिए लेकिन पुलिस ने उनके इस अनुरोध को भी नहीं माना। बकौल बघेल, पुलिस अधिकारियों का कहना था कि धारा 144 लागू है। उन्होंने सवाल किया कि जब शहर में धारा 144 लागू है तो लखनऊ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यक्रम कैसे हो रहा है?
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व सांसद और छत्तीसगढ़ के प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री के नाते अतिरिक्त प्रोटोकॉल मिलना चाहिए था लेकिन वह तो दूर एक आम नागरिक को भी जो अधिकार प्राप्त हैं, उनका वह अधिकार भी छीना गया। पुनिया ने कहा कि खीरी में जो कुछ भी हुआ उसका इतिहास में कोई दृष्टांत नहीं मिलेगा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को बिना किसी प्रमाण के जिस तरह अवैध तरीके से रोका गया वह तानाशाही है।
इस मौके पर मीडिया से मुखातिब कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के साथ जो सलूक लखनऊ में किया गया, उसने तहजीब को दफन कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रियंका वाड्रा को 32 घंटे तक अवैध तरीके से हिरासत में रखने के बाद उन पर गैरकानूनी गैरकानूनी तरीके से दो धाराएं लगा दी गई। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि किस संज्ञेय अपराध की संभावना के दृष्टिगत प्रियंका को हिरासत में लिया गया। लखीमपुर में हुई घटना के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा ट्रेनिंग और उनके बेटे को जिम्मेदार ठहराते हुए तिवारी ने कहा कि हिस्ट्रीशीटर टेनी ने किसानों से जिस भाषा का इस्तेमाल किया, वह मोदी सरकार का अहंकार बोल रहा था।