shilpa shinde and vikas gupta

मुंबई : बिग बॉस 11 में हर दिन कुछ न कुछ ऐसा देखने को मिल रहा है जिसका फायदा शो की टीआरपी को भी मिल रहा है। शो के सबसे स्ट्रांग कंटेस्टेंट माने जा रहे विकास गुप्ता ने एक बार फिर घर से भागने की कोशिश की है। जेल की सजा भुगत रहे विकास शिल्पा शिंदे के तानों से इतना अधिक तंग आ गए कि उन्होंने जेल तोड़कर ही घर से भागने की गलती कर डाली।vikaas gupta इसके बाद बिग बॉस ने खुद विकास को कनफेशन रूम में बुलाकर समझाया कि इस शो का फॉर्मेट है अक्सर ही प्रतिभागियों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है इसलिए उन्हें जो भी परेशानी हो रही उसका सामना वो धैर्य के साथ करें और घर से भागने की गलती कतई ना करें।

shilpa shinde and vikas gupta

आपको बता दें कि बीते गुरूवार के एपिसोड में घर वालों ने आपसी सहमति से विकास गुप्ता ,अर्शी खान और मेहजबीन को टास्क में निराशाजनक परफ़ॉर्मर मानते हुए जेल भेज दिया। इसके बाद शिल्पा शिंदे ने इंसानियत की सारी हदें पार करते हुए विकास गुप्ता को ऐसी-ऐसी कड़वी बातें कहीं जिन्हे सुनकर विकास अपना मानसिक संतुलन खो बैठे और घर से भागने की कोशिश करने लगे। इसी बीच मेहजबीन ने विकास को रोकने की लाख कोशिश की मगर विकास ने एक नहीं सुनी। खुद बिग बॉस को बीच-बचाव करते हुए विकास को समझाना पड़ा। तब जाकर कहीं विकास घर में दोबारा रुकने को तैयार हुए।vikaas gupta and shilpa shinde

विकास का पारा इतना अधिक हाई हो गया था कि उन्होंने साफ़ शब्दों में कह दिया था कि मैं इस शो में रोने नहीं आया हूँ ,मुझे इतने अधिक पैसे नहीं मिल रहे हैं कि मैं यहाँ पर अपने प्रति इतनी गन्दी बातें सुनूं। विकास ने यहाँ तक कह दिया था कि इस शो का जो भी कॉन्ट्रैक्ट है मैं उसके अनुसार पूरे 2 करोड़ रुपये भी चुकाने को तैयार हूँ लेकिन मैं इस गन्दी औरत(शिल्पा शिंदे ) के साथ एक पल भी नहीं रुक सकता।

Vikas again wants to go out from the Bigg boss House #Bigg_Boss11

Опубліковано Big Boss 2 листопад 2017 р.

बता दें कि शो की शुरुआत से ही शिल्पा शिंदे और विकास गुप्ता के बीच जुबानी जंग ज़ारी है। ख़बरों के अनुसार इस लड़ाई के पीछे की वजह उनके आपसी व्यावसायिक विवाद हैं. जिसकी वजह से दोनों आज तक कट्टर दुश्मन हैं। शो में भी कई बार शिल्पा शिंदे विकास को काफी परेशान कर चुकी हैं.  मगर अब तक विकास काफी धैर्य के साथ काम ले रहे थे मगर कल के एपिसोड में उनके सब्र का बाँध टूट गया और उन्होंने ऐसा ठोस कदम उठाया।