कोलकाता, 14 अप्रैल 2021

तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने बुधवार को चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। टीएमसी ने आयोग पर चुनाव के दौरान सही ढंग से काम न करने का आरोप लगाते हुए इसे खेदजनक बताया है।

दो पेज के पत्र में टीएमसी ने चुनाव आयोग पर बीजेपी की शिकायतों पर कार्रवाई के दौरान पक्षपातपूर्ण दृष्टिकोण रखने का आरोप लगाया है। पत्र में लिखा गया है कि संविधान में निर्वाचन आयोग को एक स्वतंत्र और तटस्थ निकाय के रूप में परिकल्पना की गई है। इसमें आरोप लगाया है कि इस विधानसभा चुनाव के दौरान स्पष्ट है कि चुनाव आयोग पक्षपातपूर्ण तरीके से पूरी तरह भाजपा के पक्ष में काम कर रहा है।

इसमें कहा गया है टीएमसी को विश्वास है कि पश्चिम बंगाल के लोग टीएमसी के पक्ष में वोट देकर निर्वाचन आयोग के इस गैरकानूनी कृत्य का उचित जवाब देंगे।

चुनाव आयोग पर भेदभाव करने का आरोप

पत्र में कहा गया है “हम चुनाव आयोग से उनके दृष्टिकोण में थोड़ी निष्पक्षता दिखाने का आग्रह करते हैं। वर्तमान में उनके कार्य सभी निष्पक्षता से रहित हैं। हम चुनाव आयोग से पश्चिम बंगाल में चल रहे चुनावों के अंतिम चार चरणों में एक समान स्तरीय मैदान सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं।”

टीएमसी ने यह भी कहा है कि बीजेपी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चुनाव आयोग ने टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी पर प्रतिबंध लगा दिया लेकिन बीजेपी नेताओं के आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर टीएमसी की शिकायत पर इस तरह को कोई एक्शन नहीं लिया गया।

टीएमसी ने अपने पत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री अमित शाह के चुनाव दौरान कुछ बयानों का उल्लेख किया है जिसमें आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है।